देवनी गायों से जुड़ी पूरी जानकारी यहाँ पढ़ें

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देवनी गाय

देवनी गाय देसी नस्ल की एक महत्त्वपूर्ण गाय है। ये गाय महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में पाई जाती है। ये नस्ल गिर गाय, डांगी गाय के वंशज हैं। देवनी गाय की बनावट भी इन्हीं गाय के जैसी है। ऐसा माना जाता है कि देवनी गाय की उत्त्पत्ति आँध्र प्रदेश राज्य में हुई है। धीरे-धीरे नस्ल की लोकप्रियता कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी बढ़ती गई है। दूध उत्पादन के अलावा देवनी नस्ल के बैलों का खेती के कामों में भी काफी ज्यादा उपयोग किया जाता है।

देवनी गाय की पहचान कैसे करें

देवनी गाय औसत बनावट की होती है। ये गाय तीन रंगों में मिलती है। देवनी गाय और गिर गाय में बहुत समानता मिलती है। देवनी गाय का कान चौड़ा होता है। इसकी त्वचा चिकनी और मुलायम होती है।
सिर चौड़ा और मोटा होता है। देवनी गायों के सींग मध्यम आकार के होते हैं। देवनी गाय की छाती गहरी और चौड़ी होती है। देवनी गाय के कान लंबे होते हैं और झुके हुए होते हैं।

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देवनी गाय के दूध की जानकारी

देवनी गाय हर दिन लगभग 10 लीटर दूध देने की क्षमता रखती है। ये गाय साल के 10 महीने दूध दे सकती है। देवनी गाय की पहली बार ब्याने की उम्र 894 से 1540 दिनों के बीच होती है। अगर एक ब्यात में इस गाय के दूध की बात करें तो देवनी गाय रोजाना का 10 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है। वहीं देवनी गाय के दूध में 4.9 फीसदी फैट होता है। हर देवनी गाय 447 दिनों एक अन्तराल पर बच्चा देती है।

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स्वस्थ देवनी गाय के लिए ये जरुरी लक्षण जानने हैं जरुरी

एक स्वस्थ देवनी गाय की आंखें चमकीली होती हैं। इसमें किसी भी तरह के तरल पदार्थ जैसे पानी या खून के धब्बे भी नजर नहीं आते है। स्वस्थ गायें बहुत ज्यादा खांसते नहीं हैं, घर्राने की आवाजें भी नही आती है। इनके सांस लेने की प्रक्रिया भी बिल्कुल सामान्य होती है। वहीं स्वस्थ्य देवनी गाय की चमड़ी भी चमकदार होती है, इसके शरीर पर जूं-चीचड़ भी नहीं दिखती है। एक स्वस्थ देवनी गाय को चलने -फिरने, उठने-बैठने में भी कोई परेशानी नहीं होती है।

देवनी गाय को होने वाली बीमारियां और कैसे रखें इन बीमारियों से दूर!

1. ब्रुसेला बीमारी से देवनी नस्ल की गायों को ऐसे दूर रखें.

अपने घर की सभी देवनी नस्ल की गायों को ब्रुसेला का टीका लगायें। अगर आपकी गाय ने बछड़ी को जन्म दिया है तो पैदा होने के 6 महीने बाद ही ब्रुसेला बीमारी का टीका लगायें। ब्रुसेला एक जानलेवा बीमारी है, जो मनुष्यों से गायों में फैलती है। इसकी चपेट में आने पर गायें तुरंत बीमार हो जाती हैं।

2. देवनी नस्ल की गायों में ब्रुसेला बीमारी के क्या लक्षण हैं?

पशुपालक साथी अभी हम आपको देवनी नस्ल के गायों में होने वाले ब्रुसेला बीमारी के लक्षण के बारे में बताने जा रहे हैं। अगर आपकी देवनी गाय इस बीमारी से ग्रसित है तो उसे बुखार की शिकायत रहेगी। उस गाय का वजन भी लगातार कम होता जायेगा। रात में गाय को पसीना भी आएगा। अगर आपकी गाय को ये लक्षण दिखे तो तुरंत पशु चिकित्सक से बात करें। भारत में ही बने टीका ब्रुसेला S-19 पशुओं को लगाया जाता है।

3. सर्रा बीमारी से कैसे बचाएं अपनी देवनी गाय

यह एक परजीवी से होने वाला रोग है। ट्रिपैनोसोमा ईवांसी (trypanosoma evansi) नाम के सूक्ष्म परजीवी से ये बीमारी फैलती है। इस बीमारी के फैलने से पशुओं की उत्पादन क्षमता में भारी कमी आती है। तुरंत ही पशुओं की मृत्यु हो जाती है जिससे पशुपालकों को बहुत नुकसान उठाना पड़ता है। सबसे पहले साल 1885 में सर्रा बीमारी को देखा गया था।

अगर वहीं हम बात करें की सर्रा बीमारी कैसे फैलती है तो मान लीजिए अगर कोई पशु सर्रा बीमारी से पीड़ित है। अगर मक्खी उसका खून चूसकर स्वस्थ पशु को काट लेगा तो उसे भी ये बीमारी हो सकती है। पशु विज्ञान में सर्रा रोग के लिए जिम्मेदार मक्खी को टेबनेस मक्खी कहते हैं। भारत में पशुओं को काटने वाले मक्खी को लोग डांस मक्खी के नाम से भी जानते हैं।

4. देवनी नस्ल के गाय में सर्रा रोग के क्या लक्षण हैं ?

आपकी देवनी गाय को रुक रुक कर बुखार आएगा। वो बार-बार पेशाब करेगी। इतना ही नहीं आपकी देवनी गाय गोल-गोल चक्कर काटने लगेगी। सर्रा बीमारी से ग्रसित आपकी देवनी गाय को भूख भी कम लगेगी। गाय के मुंह से लार गिरने लगेगी। उसके आंख और नाक से पानी गिरने लगेगा।

सर्रा बीमारी से ग्रसित आपकी दुधारू देवनी गाय का दूध कम हो जायेगा। वो धीरे-धीरे कमज़ोर होते चली जाएगी। कई बार गायों का पिछला भाग लकवाग्रस्त हो जाता है। अगर कोई देवनी गाय इस बीमारी से ग्रसित है तो उसकी आँखों में सफेदी आने लगती है। उस पशु के निचले भाग में भी सूजन आने लगती है।

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देवनी गायों को Animall ऐप से कैसे खरीदें?

Animall ऐप पर आप अपने आसपास की ढेर सारी देवनी गाय खरीद सकते हैं। देवनी गायों की खरीदारी करने के लिए अपने मोबाइल फ़ोन में गाय-भैंस वाला Animall ऐप डालें। ऐप में अपना मोबाइल नंबर दर्ज करा कर गाय पर दबाएँ। दबाते ही आप ढेर सारी गायों की नस्लों के नाम देख पाएंगे। यहाँ पर देवनी नस्ल को चुने और अपने घर मनचाहे ब्यात और दूध की क्षमता वाली गाय ले जायें।

इन तीन आसान तरीकों से घर लायें देवनी गाय ।

  1. अपने गाँव या जिले का नाम या पिनकोड डालें।
  2. पिनकोड डालने के बाद, गाय पर दबाएँ। यहाँ पर नस्ल देवनी का चयन करें। क्लिक करने के बाद यहाँ आप नस्ल के साथ-साथ अपने मन के अनुसार दूध की क्षमता और ब्यात का चुनाव भी कर सकते हैं।
  3. अब आपको अपने आसपास की सारी दुधारू देवनी नस्ल की गाय दिखने लगेंगी। इनमे से अपने पसंद का पशु चुनकर ख़रीदार से बात करें और घर ले जायें नया पशुधन।

आपको अपनी देवनी गाय बेचनी है ?

Animall ऐप पर ऐसे अपना पशु बेचें।

अगर आप अपनी देवनी गाय बेचना चाहते हैं तो इन आसान तरीकों को अपनाएं और Animall ऐप पर बेचें। ऐसे Animall ऐप से तुरंत देवनी गाय बेचें। ऊपर लिखे गये तरीके से Animall ऐप में खुद को रजिस्टर कर लें। इसके बाद पशु बेचें पर दबाएँ। इस बटन पर दबाते ही आप देवनी गाय की दूध क्षमता, ब्यात और कीमत लिख सकते हैं। अपने देवनी गाय की सभी जानकारियाँ डालने के बाद आपका पशु ऐप पर दर्ज हो जायेगा। मुबारक हो, आपकी देवनी गाय ऐप पर दर्ज हो गई है।अब ख़रीदार आपको गाय के लिए कॉल करेंगे।

अगर आप डेयरी बिजनेस कर रहे हैं, या फिर पशु खरीदना/ बेचना चाहते हैं। अगर डॉक्टर से बात करनी है या फिर पशु से जुड़ी कोई जानकारी चाहिये। हर सवाल का जवाब, हर परेशानी का समाधान और हर नस्ल का पशु मिलेगा सिर्फ आपके अपने गाय-भैंस वाले ऐप Animall पर। तो बिना देरी किए सभी किसान भाई Animall ऐप को तुरंत डाउनलोड करें।

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