यहां पढ़े कंगायम गाय से जुड़ी संपूर्ण जानकारी।

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देश में पशुपालन के जरिए गुजारा करने वाले लोगों को अक्सर ऐसी गाय की जरूरत होती है, जो दूध भी सही मात्रा में दे और परिवहन व सिंचाई के भी काम आ सकें। इसलिए आज हम लेकर आए है कंगायम गाय। यह गाय न केवल दूध देने की क्षमता रखती है। बल्कि इसके जरिए सामान ढुलाई और सिंचाई के काम भी आसानी से कर लेती है। आपको बता दें कि कंगायम गाय का नाम तमिलनाडु  के इरोड जिले के कंगायम तालुका पर ही रखा गया है।

कंगायम गाय को बहुत से लोग कंगनाड और कोंगु के नाम से भी जानते हैं। आज हम अपने इस लेख में कंगायम गाय से जुड़ी पूरी जानकारी आपके साथ बांटने वाले हैं। अगर आप कंगायम गाय खरीदने पर विचार बना रहे हैं। इसके अलावा बिना किसी सिरदर्द के कंगायम गाय को खरीदना या बेचना चाहते हैं, तो इसका भी आसान तरीका हम आपको बताएंगे। आप हमारी ही Animall App के द्वारा कंगायम गाय या अन्य गाय खरीद और बेच सकते हैं।

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कंगायम गाय की पहचान कैसे करें 

कंगायम गाय जन्म के साथ लाल रंग की होती हैं। लेकिन पैदा होने के 6 महीने बाद इनका रंग स्लेटी या फिर सफेद हो जाता है।कंगायम गाय के सिर पर बड़े – बड़े सींग होते हैं और यह बाहर की तरफ खुले हुए और काफी नोकिले होते हैं। वहीं कंगायम बैल का रंग अधिकतर स्लेटी रहता है और इनके सिर से लेकर पीठ पर कूबड़ तक का रंग काला होता है। इसके अलावा इन बैलों के पैरों से ऊपर का रंग भी काला ही होता है। 

यह कंगायम गाय मध्यम आकार की होती हैं और इनकी अधिकतम ऊंचाई 124.6 सेमी तक ही होती है। इसके अलावा इस नस्ल की गाय को इनके घुटनों पर पड़े काले धब्बे के जरिए भी पहचाना जा सकता है। इसके अलावा इनकी आंखें पूरी तरह काली होती है। कंगायम गाय का अधिकतम वजन 380 किलो तक हो सकता है। वहीं इस नस्ल के बैल का वजन 540 किलो होता है। 

 

कंगायम गाय का दूध और विशेषताएं 

कंगायम गाय का उपयोग यूं तो परिवहन और सिंचाई के लिए किया जाता है। लेकिन  फिर भी यह गाय एक ब्यात में 540 किलो तक दूध दे सकती है। इसके साथ ही कंगायम गाय के दूध में 1.7 से लेकर 7.7 प्रतिशत तक फैट पाया जाता है। इस नस्ल की गाय और बैल बहुत मजबूत सहनशक्ति रखते हैं। इसके साथ ही इस नस्ल की गाय और बैल दोनों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी काफी अच्छी होती है। यही नहीं इस गाय के गोबर और मूत्र का उपयोग भी किया जा सकता है। 

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कंगायम गाय की देखरेख कैसे करें 

कंगायम गाय एक गर्म क्षेत्र में रहने वाली गाय है। लेकिन इस नस्ल की गाय को खुले में या धूप में नहीं रखना चाहिए। गाय को सेहतमंद रखने के लिए उनके आहार का खास ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा गाय को रखने के लिए एक ऐसे शेड का निर्माण करना चाहिए। जिसके जरिए वह धूप, बारिश और गर्म हवा से बच सकें। इसके साथ गाय के इस शेड में पानी और हवा का इंतजाम भी होना चाहिए। गाय के द्वारा किए गए मल और मूत्र को समय – समय पर साफ करना चाहिए। अगर गाय की देखभाल करने में इन बातों का ख्याल रखा जाए, तभी गाय सुरक्षित और स्वस्थ रहेगी। 

 

कंगायम गाय का चारा 

कंगायम गाय एक मध्यम आकार की गाय है। ऐसे में इस गाय को अधिक मात्रा में भोजन की जरूरत होती है। इसलिए कंगायम गाय को एक समय पर 4 से 5 किलो तक चारा देना जरूरी होता है। गाय को चारे के रूप में हरी घास, साग, गेहूं, ज्वार, जौ आदि देना चाहिए। इसके अलावा हरे चारे को तूड़े के साथ मिलाकर भी दे सकते हैं। गाय को बचा हुआ आटा, सब्जी आदि भी दी जा सकती है। लेकिन बस इस बात का ध्यान रखें कि गाय को अधिक भारी चारा न दे। वरना इससे गाय को बदहजमी जैसी समस्या भी हो सकती है। 

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कंगायम गाय को लगाए जाने वाले टीके 

गाय या दुधारू पशुओं को कई रोग होने की संभावना बनी रहती है। ऐसे में गाय को पहले से ही कुछ बीमारियों से बचाने के लिए टीके लगाए जाते हैं। इनमें जब गाय 6 महीने की हो तो उसे ब्रूसेला का टीका दिया जाता है। इसके अलावा गाय को मुंह खुर और गलघोटू का टीका भी दी जाता है। इसके साथ ही गाय से जुड़े कई दूसरे रोग भी होते हैं। जिनसे बचाए रखने के लिए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। 

 

कंगायम गाय को होने वाले रोग और उनका इलाज 

कंगायम गाय की इम्यूनिटी या प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है और यह कम ही बीमार पड़ती है। लेकिन पशुओं को कई बार कुछ भयंकर बीमारियां अपनी चपेट में ले लेती हैं। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ बीमारियों के बारे में, जो कंगायम गाय को हो सकती है। इसके अलावा किस तरह इन बीमारियों से छुटकारा और बचाव किया जा सकता है। यह भी जानते हैं। 

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ब्लैक क्वार्टर रोग और इसका इलाज 

ब्लैक क्वार्टर एक खतरनाक जीवाणु हैं जो बारिश के दौरान मिट्टी में पैदा होता है। ऐसे में जब पशु ब्लैक क्वार्टर से संक्रमित हो जाता है तो इसकी वजह से पशु को तेज बुखार हो जाता है। इसके अलावा कई बार इस रोग में पशु का सांस तक ले पाना मुश्किल हो जाता है। 

हालांकि यह बीमारी उन पशुओं में ही देखी जाती है। जिनकी उम्र 6 महीने से लेकर 24 महीने तक होती है। 

ब्लैक क्वार्टर का उपचार

यह एक खतरनाक जीवाणु है और इसके हो जाने पर पेनसिलिन टीका दिया जाता है। लेकिन यह टीका पीड़ित पशु पर तभी काम कर सकता है, जब इस रोग का पता शुरुआत में ही चल गया हो। इसके अलावा अगर रोग में घाव गहरा हो जाए तो पशु की ड्रेसिंग भी नियमित रूप से करानी होती है। 

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सर्रा रोग और इसके उपचार 

कंगायम गाय को सर्रा रोग होने का खतरा भी अधिक रहता है। आपको बता दें कि सर्रा रोग के दौरान पशु को बार – बार बुखार होने लगता है। इसके अलावा पशु को अधिक पेशाब आता है। इसके साथ ही भूख भी कम लगती है और मुंह से लार गिरने लग जाती है। यही नहीं  कई बार इस रोग में आंख और नाक से पानी भी गिरने लगता है। 

सर्रा रोग का उपचार 

सर्रा रोग का उपचार  करने के लिए सबसे पहले पशु के आस पास चूने का छिड़काव किया जाना चाहिए। इसके अलावा पशु को गुड़ भी दिया जा सकता है। इसके साथ ही कंगायम गाय के सर्रा रोग होने के तीन घंटे बाद उनके सिर पर पानी डालना चाहिए। 

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थनैला बीमारी और उसके उपचार 

थनैला रोग आमतौर पर केवल अधिक दूध देने वाली गाय को  ही होता है। लेकिन कई बार यह कम दूध देने वाली गाय को भी हो जाता है। इस रोग के दौरान गाय के थनों में सूजन आ जाती है और इनमें दर्द भी होने लगता है। साथ ही दूध निकालने के दौरान दूध से पस और खून भी बहने लगता है। यही नहीं गाय के दूध निकालने का रास्ता भी संकरा हो जाता है। 

थनैला के उपचार की प्रक्रिया

यह रोग अमूमन पशुालकों की लापरवाही के चलते भी पैदा हो जाता है। ऐसे में इस रोग से केवल पशु को बचाया ही जा सकता है। क्योंकि अगर एक बार यह रोग हो जाता है, तो कई बार पशुओं के थन तक काटने की जरूरत पड़ जाती है। थनैला का समय पर पता लगाने के लिए पशु के थनों पर नजर बनाकर रखनी चाहिए। इसके अलावा समय – समय पर दूध की जांच करना भी अनिवार्य है।  

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 Animall ऐप पर कैसे खरीदें गाय

कंगायम गाय खरीदने के लिए आपको केवल Animall App डाउनलोड करनी होगी। इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए दिए गए विकल्प पर  जाएं। Click Here

 

  1. ऐप डाउनलोड होने के बाद आप अपना मोबाइल नंबर डालें।
  1. इसके बाद आपको अपने अनुसार भाषा का चुनाव करना है। 

 

  1. भाषा का चुनाव करने के बाद ऐप इस्तेमाल की जा सकती है। अब आप यहां से पशु खरीद या बेच सकते हैं। साथ ही पशु से जुड़ी सभी जानकारी भी देख सकते हैं। 
  1. अब आप गाय खरीदने के विकल्प पर क्लिक करें। 

 

  1. इसके  बाद आपके सामने जो भी गाय खरीदी जा सकती है। उनकी सूची आ जाएगी। 
  2. अब अगर सूची में से ही आपको कोई पशु पसंद आ गया हो, तो आप यहां से खरीद सकते हैं। लेकिन अगर आपको पशु में कुछ खास नस्ल और गुण चाहिए तो आप फिल्टर लगाकर अपने अनुसार सूची बना सकते हैं। 
  3. अब आप अपने लिए गाय का चुनाव कर सकते हैं। 
  1. इसके बाद आप गाय की जानकारी हासिल करने के लिए गाय बेचने वाले व्यक्ति से फोन पर बात कर सकते हैं। साथ ही गाय की कीमत भी कम करा सकते हैं। 

 

ऐप पर कैसे बेचें पशु

  1. अगर गाय को बेचना चाहते हैं, तो यह भी आप इस ऐप के जरिए कर सकते हैं। गाय बेचने के लिए आप सबसे पहले ऐप के नीचे देखें। यहां आपको पशु बेचने का विकल्प दिखाई दे जाएगा। सहायता के लिए नीचे दिया गया चित्र देखें।
  1. इसके बाद आपको गाय या पशु से जुड़ी सभी जानकारियों को बताना होगा। 
  2. इस तरह आपका पशु ऐप में लिस्ट हो जाएगा और जिस भी व्यक्ति को गाय खरीदनी होगी। वह आपसे संपर्क कर लेगा।