जानिए SBI से पशुपालन के लिए लोन कैसे ले सकते हैं

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हमारे देश का एक बड़ा हिस्सा आज भी पशुपालन के जरिए ही गुजारा करता है। यही कारण भी है कि सरकार और बैंकिंग संस्थान इनके कामकाज को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाते रहती हैं। आज हम ऐसी ही एक स्कीम के बारे में आपको बताने वाले हैं। दरअसल हम बात कर रहे हैं SBI से मिलने वाले डेयरी लोन के बारे में।
किसान और पशुपालकों के व्यापार को बढ़ाने के लिए यह सेवा सरकारी बैंक द्वारा शुरू की गई है। इस सेवा के अंतर्गत डेयरी कारोबारी एसबीआई से लोन ले सकते हैं। किसान लोन डेयरी लगाने, शेड के लिए, पशु खरीदने और दूसरी जरूरतों के लिए ले सकते हैं। हालांकि SBI के जरिए दिए जाने वाले इस लोन की कुछ पात्रता भी हैं और इससे संबंधित दस्तावेज का होना भी जरूरी है। लेकिन आप घबराइए मत हम आपको SBI डेयरी लोन से जुड़ी सभी जानकारी और आवेदन की प्रक्रिया के बारे में बताएंगे। अगर आप एसबीआई से डेयरी लोन लेना चाहते हैं या इससे जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख पर अंत तक बने रहें।

और पढ़ें: नाबार्ड डेयरी सब्सिडी लोन क्या है ? कैसे मिलेगा?

क्या है SBI डेयरी लोन और इसका उद्देश्य 

भारत देश में किसान और पशुपालक अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकें और अधिक आय अर्जित कर पाएं। इसलिए ही यह स्कीम शुरू की गई है। इस स्कीम के जरिए पशुपालक और किसान भाई डेयरी लगाने, शेड बनाने, पशु खरीदने, डेयरी मशीन खरीदने आदि के लिए कम ब्याज दर पर लोन ले सकते हैं। डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने और भारत में दूध उत्पादन की स्थिति को अधिक बेहतर बनाने के लिए यह स्कीम शुरू की गई है।

एसबीआई पशुपालन लोन की पात्रता क्या है

यूं तो देश का बड़ा हिस्सा पशुपालन के जरिए गुजारा करता है। लेकिन इस योजना का लाभ लेने के लिए पशुपालक को अपनी पात्रता सिद्ध करनी होगी। एसबीआई पशुपालन लोन लेने के लिए जो पात्रता चाहिए वह कुछ इस प्रकार हैं।

SBI डेयरी लोन की योग्यता

किसान या पशुपालक भाइयों के लिए शुरू की गई इस स्कीम के जरिए बहुत से कार्यों के लिए लोन लिया जा सकता है। लेकिन लोन लेकिन उसकी कुछ योग्यता होनी चाहिए।

लोन की सामान्य योग्यता

  • लोन के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति की आयु कम से कम 18 साल और अधिकतम 70 साल होनी चाहिए।
  • यह लोन उन लोगों को दिया जा सकता है, जो लोग पहले से डेयरी उद्योग या अन्य किसी व्यापार में कार्यरत होना चाहिए। 
  • किसान और पशुपालन का सीबील स्कोर कम नहीं होना चाहिए और वह किसी भी बैंक की सूची में डिफाल्टर नहीं होना चाहिए। 
  • आवेदन करने वाले व्यक्ति का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए। 

SBI डेयरी लोन के दस्तावेज 

अगर कोई पशुपालक या किसान इस स्कीम के तहत लोन लेना चाहता है, तो उसे कुछ दस्तावेज बैंक को दिखाने होंगे। 

  • व्यक्ति के पास अपना पहचान पत्र होना चाहिए, जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस आदि। 
  • आवेदनकर्ता को अपनी पासपोर्ट साइज फोटो भी देनी होगी। 
  • आवेदनकर्ता को अपने निवास स्थान से जुड़ा कोई सबूत देना होगा जैसे बिजली बिल, पानी का बिल या घर के रजिस्ट्री के कागजात आदि। 
  • अपना बिजनेस रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट भी देना होगा। 
  • अगर कारोबार में कोई पार्टनर है तो उसके दस्तावेज और पार्टनरशिप डीड भी पेश करनी होगी। 
  • बीते 6 महीनों में कितनी आय अर्जित हुई है इसका सबूत भी देना होगा।  

एसबीआई डेयरी लोन आवेदन प्रक्रिया

अगर आप डेयरी लोन के आवेदन हेतु किसी भी नजदीक के एसबीआई बैंक जाना होगा। यहां आपको डेयरी लोन के लिए फॉर्म मिल जाएगा। आप फॉर्म भरकर जरूरी दस्तावेज के साथ अटैच कर दें। अगर आपकी पात्रता सिद्ध हुई और दस्तावेज सही हुए तो आपको कुछ ही समय में लोन मिल जाएगा।
किसान और पशुपालक भाई इसी तरह की जानकारी हमारे ब्लॉग से लगातार हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो हमारी Animall App को भी डाउनलोड कर सकते हैं। इस ऐप के जरिए आप पशु खरीद और बेच भी सकते हैं। इसके अलावा ऐप पर पशु चिकित्सक से भी सहायता ले सकते हैं। ऐप डाउनलोड करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।
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आप किसान क्रेडिट कार्ड से कितनी राशि लोन ले सकते हैं?

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पहले वर्ष के लिए अल्‍पावधि ऋण सीमा प्रदान की गई है जो कि प्रस्‍तावित फसल पद्धति एवं वित्‍त के मान के अनुसार उगाई गई फसलों पर आधारित होगी। फसलोत्‍तर / घरेलू / उपभोग की आवश्‍यकताओं एवं कृषि आस्‍तियों,फसल बीमा, वैयक्‍तिक दुर्घटना बीमा योजना (पीएआईएस) एवं आस्‍ति बीमा के रखरखाव संबंधी खर्चों।

प्रत्‍येक अगले वर्षों (दूसरे, तीसरे, चौथे वर्ष) में यह सीमा10%की दर से बढा दी जाएगी (पॉंचवे वर्ष के लिए किसानों को अल्‍पावधि ऋण की सीमा पहले वर्ष से लगभग 150%अधिक की स्‍वीकृति दी जाएगी) केसीसी की सीमा का निर्धारण करते समय कृषि यंत्रों /उपकरणों आदि के रूप में छोटी राशियों की निवेश की आवश्‍यकताएं (जैसे स्‍प्रेयर, हल आदि) जो कि एक वर्ष की अवधि में देय होगी को शामिल किया जाएगा।

ऋण के इस हिससे को दूसरे से पॉंचवे वर्ष के दौरान स्‍वत: आधार पर शामिल नहीं किया जाएगा परन्‍तु संबंधित वर्ष के लिए अधिकतम आहरण सीमा की गणना करते समय प्रत्‍येक वर्ष में इस अंश के लिए ऋण की आवश्‍यकता को शामिल किया जाएगा। चौथे बिंदु में बताए अनुसार पॉंचवे वर्ष के लिए अल्‍पावधि ऋण सीमा की गणना साथ्‍ा ही ऊपर पांचवे बिंदु में बताए अनुसार दी गई निवेश ऋण अपेक्षाएं (पाँच वर्षों में सर्वाधिक) को अधिकतमअनुमत्‍त सीमा (एमपीएल) होगी एवं उसे किसान क्रेडिट कार्ड सीमा के रूप में संस्‍वीकृत किया जाएगा। पहले वर्ष के लिए आंकी गई अल्‍पावधि ऋण सीमा के साथ अपेक्षित अनुमानित निवेश ऋण सीमा जैसा कि ऊपर बताया गया है।

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किसान क्रेडिट कार्ड क्या है? और कैसे अप्लाई करें?

जानिए किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में और इस कार्ड के लिए कैसे अप्लाई किया जाए

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जानिए क्या है दुधारू मवेशी योजना और इसके फायदे

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देश के ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों की जिंदगी आज भी बहुत कठिनाइयों भरी है। आलम यह है कि पैसों की तंगी के चलते ग्रामीण इलाके के ज्यादातर लोग अपने बच्चों की पढ़ाई तक नहीं करा पाते। ऐसे ही लोगों के लिए सरकार खेती और पशुपालन से जुड़ी कई योजनाएं शुरू चलाती रहती है। ऐसी ही एक योजना से जुड़ी जानकारी हम आपके साथ साझा करेंगे। 

दरअसल हम बात कर रहे हैं दुधारू मवेशी योजना के बारे में। इस योजना के जरिए ग्रामीण इलाकों के गरीब लोगों को पशु खरीदने के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी। अगर आप देश के किसी ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं तो यह योजना आपके काफी काम आ सकती है। अगर आप दुधारू मवेशी योजना से जुड़ी किसी प्रकार की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख पर अंत तक बने रहें। 

ये भी पढ़ें: जानिए कैसे करें दुधारू भैंस की पहचान

क्या है दुधारू मवेशी योजना 

हम सभी जानते हैं कि भारत दुनियाभर में दूध का सबसे ज्यादा उत्पादन करता है। इसी उत्पादकता को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा दुधारू मवेशी योजना शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत पशुपालन करने वाले व्यक्ति को पशु खरीदने के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। योजना में पशुपालक को दो पशु खरीदने के लिए कुल लागत का 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है। जबकि बची हुई 50 प्रतिशत धनराशि पशुपालक लोन के जरिए प्राप्त कर सकता है। इन पशुओं से प्राप्त दूध बेचकर पशुपालक अपनी आय को आसानी से बढ़ा सकता है। 

दुधारू मवेशी योजना के लाभ

  1. इस योजना के जरिए पशुपालकों की आय को बढ़ाया जा सकता है। 
  2. योजना के अंतर्गत पशुपालक को 70000 रुपए अनुदान के रूप में दिया जाता है। 
  3. योजना में पशुशाला के निर्माण हेतु अलग से 15000 रुपये की अनुदान राशि प्राप्त की जा सकती है। 
  4. योजना के लाभार्थियों के पशुओं का बीमा भी करवाया जाता है। ताकि पशु की मौत या रोगी होने पर पशुपालक को आर्थिक नुकसान न हो। 
  5. इस योजना के जरिए भारत दुनियाभर में अधिक दूध का निर्यात कर पाने सक्षम होगा। 
  6. योजना के जरिए पशुओं की देखरेख हो सकेगी। 
  7. इस योजना के जरिए भारत की जीडीपी और बेहतर हो सकेगी। 

ये भी पढ़ें: संकर पशुओं से कितनी बार दूध निकालना चाहिए?

योजना के योग्यता 

अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो बता दें कि इस योजना का लाभ लेने के लिए अपनी योग्यता सिद्ध करनी होगी। 

  • योजना में आवेदन करने वाला व्यक्ति भारत का निवासी होना चाहिए। 
  • दुधारू मवेशी योजना का लाभ लेने के लिए आवेदनकर्ता ग्रामीण निवासी होना चाहिए। 
  • दुधारू मवेशी योजना के लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेज की आवश्यकता होगी। इसमें आपको आधार कार्ड. वोटर आईडी कार्ड. पैन कार्ड. बैंक अकाउंट आदि होना चाहिए। 
  • अगर आवेदनकर्ता पहले किसी बैंक या फाइनेंस कंपनी का डिफॉल्टर है, तो उसे इस योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा। 
  • छोटे किसान या पशुपालक इस योजना का लाभ ले सकते हैं। 
  • योजना में आवेदनकर्ता की उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए। 

हमें उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अगर आप इसी तरह की महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करना चाहते हैं, तो आप हमारी एनिमॉल ऐप भी डाउनलोड कर सकते हैं। इसके अलावा Animall App पर आप पशु खरीदने और बेचने का काम भी कर सकते हैं। इसके साथ अगर आपको पशु चिकित्सक की सलाह चाहिए, तो यह भी आप ऐप के जरिए हासिल कर सकते हैं। इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए इस विकल्प पर क्लिक करें। 

ये भी पढ़ें: क्या अजोला से पशुओं में दूध बढ़ा सकते है ?

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आप किसान क्रेडिट कार्ड से कितनी राशि लोन ले सकते हैं?

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पहले वर्ष के लिए अल्‍पावधि ऋण सीमा प्रदान की गई है जो कि प्रस्‍तावित फसल पद्धति एवं वित्‍त के मान के अनुसार उगाई गई फसलों पर आधारित होगी।
फसलोत्‍तर / घरेलू / उपभोग की आवश्‍यकताओं एवं कृषि आस्‍तियों,फसल बीमा, वैयक्‍तिक दुर्घटना बीमा योजना (पीएआईएस) एवं आस्‍ति बीमा के रखरखाव संबंधी खर्चों। और पढ़ें

प्रत्‍येक अगले वर्षों (दूसरे, तीसरे, चौथे वर्ष) में यह सीमा10%की दर से बढा दी जाएगी (पॉंचवे वर्ष के लिए किसानों को अल्‍पावधि ऋण की सीमा पहले वर्ष से लगभग 150%अधिक की स्‍वीकृति दी जाएगी)
केसीसी की सीमा का निर्धारण करते समय कृषि यंत्रों /उपकरणों आदि के रूप में छोटी राशियों की निवेश की आवश्‍यकताएं (जैसे स्‍प्रेयर, हल आदि) जो कि एक वर्ष की अवधि में देय होगी को शामिल किया जाएगा। ( ऋण के इस हिससे को दूसरे से पॉंचवे वर्ष के दौरान स्‍वत: आधार पर शामिल नहीं किया जाएगा परन्‍तु संबंधित वर्ष के लिए अधिकतम आहरण सीमा की गणना करते समय प्रत्‍येक वर्ष में इस अंश के लिए ऋण की आवश्‍यकता को शामिल किया जाएगा।

चौथे बिंदु में बताए अनुसार पॉंचवे वर्ष के लिए अल्‍पावधि ऋण सीमा की गणना साथ्‍ा ही ऊपर पांचवे बिंदु में बताए अनुसार दी गई निवेश ऋण अपेक्षाएं (पाँच वर्षों में सर्वाधिक) को अधिकतमअनुमत्‍त सीमा (एमपीएल) होगी एवं उसे किसान क्रेडिट कार्ड सीमा के रूप में संस्‍वीकृत किया जाएगा।
पहले वर्ष के लिए आंकी गई अल्‍पावधि ऋण सीमा के साथ अपेक्षित अनुमानित निवेश ऋण सीमा जैसा कि ऊपर बताया गया है। और पढ़ें

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