जानिए खेती की नई तकनीक हाइड्रोपोनिक्स से जुड़ी संपूर्ण जानकारी।

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आज देश में ज्यादातर लोग अपना गुजारा केवल खेती के जरिए ही करते हैं। जिसके लिए न केवल मिट्टी बल्कि बहुत सारा पानी भी चाहिए। वहीं दूसरी तरफ दुनिया में जल संकट मंडरा रहा है। आंकड़े बताते हैं कि 2050 तक देश की 55 प्रतिशत आबादी के पास पीने का पानी तक नहीं होगा। ऐसे में खेती के लिए भी हमें ऐसी तकनीक की जरूरत है जो कम से कम पानी का इस्तेमाल करें और तेजी से फल फूल सके।

 आज हम आपको अपने इस लेख और  वीडियो में बताने वाले हैं ऐसी ही तकनीक के बारे में, जिसे हाइड्रोपोनिक्स के नाम से भी जाना जाता है। इस तकनीक में मिट्टी का योगदान जरा भी नहीं होता और पानी की बचत भी 90 प्रतिशत तक हो सकती है। आइए विस्तार से जानते हैं इस तकनीक के बारे में और देखते हैं कि ये हाइड्रोपोनिक्स तकनीक कैसे काम करती है और इसके क्या फायदे हैं।  

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क्या है हाइड्रोपोनिक्स 

हाइड्रोपोनिक्स का इजाद आज से बहुत साल पहले यानी 1937 में इजराइल में हुआ था। इस तकनीक का लक्ष्य भूमि पर होने वाली निर्भरता को कम करना था। इस तकनीक में भूमि का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। ये पूरी तरह से पानी पर निर्भर रहने वाले खेती है। हालांकि पानी की खपत भी इस तकनीक के जरिए 90 प्रतिशत तक कम होती है। 

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हाइड्रोपोनिक्स के फायदे 

हाइड्रोपोनिक्स तकनीक के कई फायदे हैं जो लंबे समय तक देखे जा सकते हैं। इसके कुछ निम्नलिखित फायदे हम आपको नीचे बता रहे हैं। 

  1. इस तकनीक के जरिए खेती करने के लिए उपजाऊ मिट्टी की जरूरत नहीं होती।  
  2. इस तकनीक से कम जगह पर अधिक चीजों की फसल को बोया जा सकता है। 
  3. हाइड्रोपोनिक्स तकनीक की  वजह से भूमि प्रदूषण नहीं होता। 
  4. इस तकनीक से होने वाली फसल बहुत तेजी से फलती फूलती है। 
  5. ये तकनीक उन आम लोगों के लिए भी कारगर है जो घर पर ही खेती करने के तरीके खोजते रहते हैं। 

हाइड्रोपोनिक्स खेती में लगने वाले संसाधन

हाइड्रोपोनिक्स खेती में आपको कुछ खास संसाधनों की जरूरत होती है। इसमें से सबसे पहला संसाधन है पीवीसी पाइप का। आपको पीवीसी पाइप के सेटअप की जरूरत है। इसमें पाइप का सेटअप A आकार की तरह होना चाहिए। ताकि फसल को बराबर धूप मिलती रहे। 

इसके अलावा इसमें आपको निरंतर पानी और कुछ पोषक तत्वों की जरूरत होगी। जिन्हें पानी के साथ मिलाया जा सके और फसल को दिया जा सके। 

अगर आप हाइड्रोपोनिक्स के जरिए खेती घर के अंदर ही कर रहे हैं तो आपको इसके लिए एलईडी लाइट की जरूरत भी होगी। ताकि धूप से मिलने वाली चीजें फसल को एलईडी लाइट से मिल जाएं। 

हाइड्रोपोनिक्स से खेती करने के लिए आपको इसकी ट्रेनिंग भी लेनी होगी। बिना ट्रेनिंग के इस तकनीक के इस्तेमाल से आर्थिक नुकसान होने का खतरा है। लिहाजा इस तकनीक से जुड़ी सभी जानकारियां हासिल करने के लिए आपको ट्रेनिंग की जरूरत होगी। 

हाइड्रोपोनिक्स में लागत 

अगर आप इस तकनीक के जरिए खेती करना चाहते हैं तो बता दें कि इसमें आपको कम से कम 10 से 15 हजार रुपए खर्च करने होंगे। इसके बाद ही आप खेती का सेटअप कर पाएंगे। आज हम आपको इसके अलावा अगर आप सेटअप बड़ा लगवाते हैं तो इसके लिए आपको अधिक पैसा खर्च करना होगा। 

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