एक ऐसी तकनीक जिससे नहीं होगी फसल की बर्बादी। Fasal System

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खेती महज एक व्यापार या काम नहीं बल्कि इससे बढ़कर बहुत कुछ है। ये भी एक कारण है, जिसकी वजह से किसानों को देश में अन्नदाता भी कहा जाता है। लेकिन किसानों को इतनी बड़ी उपाधि देने के बाद भी किसानों की आर्थिक हालत बेहद बेकार है। जिसके पीछे का सबसे बड़ा कारण है, हर साल फसल का बर्बाद होना या फसल की उत्पादकता बेहतर न होना। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए एक एग्रीटेक कंपनी ने एक तकनीक ईजाद की है।

इस तकनीक के जरिए किसानों को फसल और मौसम से जुड़ी कई जानकारियां मिल जाएंगी। इन्हीं जानकारियों के जरिए फसल को समय पर बचाया जा सकेगा। इस तकनीक को फसल सिस्टम का नाम दिया गया है। आज हम आपको अपने इस लेख और वीडियो में इसी फसल सिस्टम से जुड़ी जानकारियां देंगे। अगर आप इस फसल सिस्टम से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारियां हासिल करना चाहते हैं तो इस लेख पर अंत तक बने रहें। 

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क्या है फसल सिस्टम 

ये फसल सिस्टम एक ऐसी तकनीक पर बना है जिसमें कई सेंसर और मशीन लगी हैं। जिनके जरिए किसान भाइयों को कई जानकारियां मिलती हैं। ये सिस्टम खेत में लगता है और यहां से सारी जानकारी किसान के फोन में मौजूद ऐप पर आ जाती है। ऐसे में अगर फसल में किसी भी तरह की दिक्कत है या फिर मौसम खराब होने वाला है या बारिश होने वाली ये बाते वक्त रहते पता चल जाती है। आइए चलिए जानते हैं आखिर कैसे काम करता है ये फसल सिस्टम

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फसल सिस्टम कैसे काम करता है

फसल सिस्टम कैसे काम करता है इसे आपको विस्तार से समझाने के लिए हमने नीचे कुछ पॉइंट दिए हुए हैं। इसके जरिए आप समझ जाएंगे कि ये फसल सिस्टम कैसे काम करते हैं। 

  • इस फसल सिस्टम के तीन हिस्से हैं  जो आपको अलग – अलग जानकारी देते हैं। जिसके बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं। 
  • इसमें आपको महज एक बार ये सिस्टम खेत में लगाना होता है। जिसके बाद 24 घंटे 7 दिन ये आपको सटीक जानकारी देता रहता है। 
  • इस सिस्टम के सबसे ऊपरी स्थान पर कई सेंसर लगे हैं जिसके जरिए वेदर कंडीशन, हवा का बहाव , बारिश से जुड़ी जानकारी मिल जाती है। 
  • इसके अलावा इस सिस्टम के बीच में ब्रेन लक्स सिस्टम लगा होता है जो धूप छांव से जुड़ी जानकारी देता है। 
  • इसमें लीव वेटनेस सिस्टम भी है जिससे आपको पता चलता है कि फसल में कितनी नमी है। 
  • वहीं इस सिस्टम के दो सिरे जमीन में रहते हैं जिसमें लगे सेंसर मिट्टी की नमी से जुड़ी जानकारी देते हैं। इससे पता चल जाता है कि फसल को कब कितनी मात्रा में पानी चाहिए। 
  • इसके अलावा फसल को मौसम के अनुसार किस तरह के कीटनाशक की जरूरत है ये भी पता चलता है। 
  • वहीं अगर मिट्टी में पोषक तत्व कम हैं तो इस मशीन से ये भी जानकारी मिल जाती है।

फसल सिस्टम के फायदे 

ये एक ऐसी तकनीक है जो न केवल किसानों को नुकसान से बचा सकती है। बल्कि उनकी आय को बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभा सकती है। इस फसल सिस्टम के कुछ फायदे इस प्रकार हैं। 

  • इस मशीन के जरिए पानी की खपत को 50 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। 
  • बारिश का अनुमान सटीक पता रहने पर फसल को पानी देने की जरूरत नहीं पड़ती और फसल को दो बार पानी मिलने से वो बर्बाद नहीं होती। 
  • कीटनाशक पर होने वाला 50 प्रतिशत तक का खर्च कम किया जा सकता है। 
  • फसल की उत्पादन क्षमता को 40 प्रतिशत तक बढ़ाया जा सकता है।

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