जानिए क्या है जेरेनियम और कैसे करते हैं इसकी खेती। GERANIUM के फायदे

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आज देश में किसानों की आर्थिक हालत भले ही बहुत ज्यादा खराब हो। लेकिन अगर किसान सही फसल की खेती करें तो वे आसानी से अपनी आर्थिक हालत में सुधार ला सकते हैं। देश में ऐसी कई फसल है, जिसकी मांग बाजार में बहुत अधिक है। इन्हीं में से एक है जेरेनियम। जेरेनियम की खेती न केवल आसानी से की जा सकती है। बल्कि इसके जरिए आय भी आसानी से अर्जित की जा सकती है।

आज हम अपने किसान भाइयों को इसी से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां साझा करेंगे।  इसमें आप जेरेनियम की खेती में लगने वाले संसाधन लागत और जेरेनियम के उपयोग से जुड़ी हुई जानकारी भी हासिल करेंगे। अगर आप जेरेनियम की खेती या इसके फायदे से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी साझा करना चाहते हैं तो आप इस लेख और वीडियो पर अंत तक बने रहें। 

क्या है जेरेनियम 

जेरेनियम एक प्रकार का फूल है जिसे गरीबों को गुलाब भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि इसके जरिए निकाले जाने वाले तेल से जो खुशबू आती है वो गुलाब जैसी ही होती है। जेरेनियम की खेती भारत में बहुत कम ही की जाती है। इसका कारण है ज्यादातर लोगों को जेरेनियम के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते। आपको बता दें कि जेरेनियम की मांग भारत में लगातार बढ़ती जा रही है। इसके अलावा आज के समय में भी जेरेनियम की मांग करीब 120 से 130 टन तक है। जबकि इसकी पूर्ति का केवल एक या दो प्रतिशत ही भारत में उगाया जाता है। इस लिहाज से कहा जा सकता है कि जेरेनियम की खेती करना एक फायदे का सौदा है। 

जेरेनियम का उपयोग 

जेरेनियम आज के समय के उन महत्वपूर्ण पदार्थों में से है जो मानव जीवन के लिए बेहद उपयोगी है। आपको बता दें कि जेरेनियम के जरिए तेल निकाला जाता है। इस तेल का इस्तेमाल कई तरह से किया जाता है। जिसकी सूची हम आपको नीचे दे रहे हैं। 

  • अल्जाइमर एक खतरनाक रोग है, जिसमें व्यक्ति अपनी याद रखने की शक्ति खोने लगता है। इस रोग के इलाज में जेरेनियम का तेल इस्तेमाल किया जाता है। 
  • मांसपेशियों से जुड़ी समस्या में भी जेरेनियम का तेल इस्तेमाल किया जाता है। 
  • सूजन और एक्जिमा जैसी समस्या में भी जेरेनियम का तेल उपयोगी सिद्ध होता है। 
  • स्किन की देखभाल करने में भी जेरेनियम काफी उपयोगी माना जाता है।
  • जेरेनियम का तेल बालों के लिए भी उपयोगी होता है। 
  • दांतों से जुड़ी कई समस्याओं में जेरेनियम का तेल इस्तेमाल में लिया जा सकता है। 
  • कील मुहांसों में भी जेरेनियम का उपयोग किया जाता है। 
  • स्किन से जुड़े उत्पादों में भी जेरेनियम का तेल इस्तेमाल किया जाता है। 

जेरेनियम की खेती के लिए संसाधन और जानकारी 

ऐसे लोग जो जेरेनियम की खेती करना चाहते हैं उन लोगों को इसकी खेती से जुड़ी कई तरह की चीजों के बारे में पता होना चाहिए। इसकी खेती और संसाधन से महत्वपूर्ण जानकारी कुछ इस प्रकार है। 

  • जेरेनियम की खेती के लिए किसी खास तापमान की जरूरत नहीं होती। 
  • जेरेनियम का बारिश के दौरान खराब होने का खतरा अधिक बना रहता है। इसलिए खेती करने से पहले जेरेनियम की फसल को साधारण सतह से ऊपर लगाना चाहिए। इसके अलावा बारिश से बचाने के लिए प्लास्टिक की शेड भी लगानी चाहिए। 
  • शुरुआत में जेरेनियम की खेती करने के लिए आपको इसके पौधे खरीदने होंगे। फिर इन्हीं पौधों के जरिए आप हजारों पौधे तैयार कर सकते हैं। एक बार ये फसल तैयार हो जाए तो इसे सालों तक इस्तेमाल में लिया जा सकता है। 
  • फसल की खेती करने से पहले फसल से जुड़ी एक छोटी सी ट्रेनिंग ले लेनी चाहिए। 
  • अगर आप ये खेती करते हैं तो इसके लिए सरकार आपको कुछ सब्सिडी भी देती है। इस सब्सिडी की जानकारी के लिए आपको कृषि विभाग से बात करनी चाहिए। 

जेरेनियम की खेती से होने वाली आय 

अगर आप एक एकड़ के अंदर भी जेरेनियम की खेती करते हैं तो इससे अच्छी खासी आय अर्जित कर सकते हैं। आपको बता दें कि एक एकड़ के अंदर इस फसल के करीब 17000 पौधे लगाए जा सकते हैं। इन पौधों की 6 महीने में दो बार कटाई की जा सकती है। इसकी पहली कटाई पर आपको 20 लीटर तक तेल मिल सकता है। वहीं दूसरी बार कटाई करने पर तेल 10 लीटर तक प्राप्त किया जा सकता है। ऐसे में अगर एक लीटर तेल की कीमत आपको 15000 भी पड़ी तो आप आसानी से  6 महीने में 450000 तक कमा सकते हैं।