क्या आप जानते हैं, थनैला रोग के जीवाणु कारक कौन से हैं?

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पशुपालन के दौरान पशुओं में कई तरह के रोग पनपने लगते हैं। जिनमें से कुछ तो बहुत खतरनाक और लाइलाज होते हैं। जबकि कुछ पूरी तरह ठीक किए जा सकते हैं। ऐसा ही एक रोग है जो अक्सर दुधारू पशुओं में देखने को मिलता है। आप समझ गए होंगे कि हम थनैला के बारे में बात कर रहे हैं। थनैला रोग बहुत से पशुपालकों की रातों की नींद उड़ा देता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस रोग के होने पर पशु के थन तक काटने की नौबत आ सकती है।

जब पशु के थन काट दिए जाते हैं तो वह बिल्कुल उपयोगी नहीं रहता। जिसके चलते पशुपालक को एक बड़ा आर्थिक नुकसान होता है। आज हम अपने इस लेख में थनैला के कारण या थनैला के जीवाणु के बारे में जानकारियां हासिल करेंगे। अगर आप जानना चाहते हैं कि थनैला रोग के जीवाणु का नाम क्या है और इससे किस तरह से छुटकारा पाया जा सकता है तो लेख पर अंत तक बने रहें।   

किस जीवाणु की वजह से होता है थनैला 

थनैला रोग हर साल लाखों पशुओं की दूध देने की क्षमता को प्रभावित करता है। आपको बता दें कि यह रोग अमूमन वर्षा ऋतु के समय होता है। इस रोग के पीछे कुछ जीवाणुओं का हाथ है जैसे स्टैफाइलोकोकस,  स्ट्रैप्टोकोकस , माइकोप्लाज्मा, कोराइनीबैक्टिरीयम, इ.कोलाई, और फफूंद आदि। 

थनैला से पशु बचाए रखने का तरीका 

थनैला रोग से पशु को बचाना ही सबसे ज्यादा फायदेमंद रहता है। क्योंकि यह ऐसा रोग है जिसका कोई ठोस इलाज नहीं है। ऐसे में इस रोग से पशु को बचाने के लिए पशुपालक को कुछ जरूरी कदम उठाने चाहिए। 

  • पशुपालक को पशु के थनों पर हमेशा बारिक नजर बनाकर रखनी चाहिए। अगर पशुपालन करने वाले लोग थनों के आकार पर नजर नहीं बनाकर रखते तो ऐसे में पशु को यह रोग हो सकता है। 
  • किसान या पशुपालन करने वाले लोग जब गाय या भैंस का दूध पूरी तरह नहीं निकालते तो ऐसे में दूध भीतर ही खराब होने लगता है जिसकी वजह से पशु के थनों में सूजन आने लगती है और पशु थनैला रोग का शिकार हो जाता है। इस स्थिति से बचने के लिए दूध दुहने का काम सही तरह से करना बहुत जरूरी है। 
  • बारिश के दौरान पशु को गिली मिट्टी में न रहने दे।  मिट्टी में मौजूद जीवाणुओं की वजह से पशु थनैला रोग से संक्रमित हो सकता है। 
  • किसान भाई अगर पशुओं को थनैला रोग से बचाना चाहते हैं तो पशु के द्वारा प्राप्त दूध की जांच करा सकते हैं। समय – समय पर दूध की जांच के जरिए पता चल जाता है कि पशु थनैला से संक्रमित है या नहीं। 
  • अगर आपके पशु को यह रोग हो गया है तो बिना वक्त गवाएं डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उपचार प्रक्रिया को शुरू करा देना चाहिए। 

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