टॉप की कटी बछड़ी तैयार ऐसे करे|Quality calf rearing/ Dairy Farming

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भैंस के दूध से कमाई करने वाले लोग अक्सर भैंस की कटड़ी को पालना सिरदर्दी समझते हैं। लेकिन आपको बता दें कि भैंस की कटड़ी की देखरेख अगर सही तरीके से की जाए तो महज 16 से  17 महीने में यह गर्भधारण करने को तैयार हो जाती हैं। आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि भैंस की कटड़ी को जल्दी – जल्दी तैयार कैसे किया जाता है।

इसके अलावा आप यह भी जानेंगे कि पहली ब्यात की भैंस गाभिन होने पर कितने तक की बेची जा सकती है। अगर आप डेयरी उद्योग से जुड़े हों या आपकी भैंस हाल ही के दिनों में ब्याई है तो यह लेख आपके लिए है। कटड़ी को तैयार कैसे करें इस सवाल का जवाब जानने के लिए लेख को अंत तक पढ़ें। 

किस तरह करें कटड़ी तैयार 

देश के अधिकतर हिस्सों में भैंस के दूध की मांग बहुत अधिक रहती है। इसलिए ज्यादातर पशुपालक एक ब्याई हुई भैंस ही खरीदना पसंद करते हैं। लेकिन भैंस की कटड़ी की देखभाल ठीक से नहीं करते। ऐसा इसलिए क्योंकि कटड़ी से उन्हें तत्काल आर्थिक लाभ नहीं होता। लेकिन पशुपालक अगर जरा सूझबूझ से काम ले तो वह कटड़ी को तैयार कर कुछ ही समय में एक से डेढ़ लाख रुपए कमा सकते हैं। 

भैंस का दूध पिलाएं

भैंस के ब्याने के बाद अक्सर कटड़ी को रखते समय पशुपालक भाई उन्हें भैंस का दूध पीने नहीं देते, जिसकी वजह से कटड़ी का शरीर कमजोर रह जाता है और आगे चलकर भैंस गर्भधारण नहीं कर पाती। पशुपालक भाइयों को यह गलती बिल्कुल भी नहीं करनी है। बल्कि उन्हें भैंस के बच्चे को तीन माह तक रोजाना उसकी मां का दूध ही पिलाना है। इससे पशु पूरी तरह स्वस्थ रहेगा और जल्दी गाभिन हो सकेगा। 

पशु को छोड़ें खुला 

अमूमन सभी पशुपालन से जुड़े लोग भैंस की कटड़ी को हमेशा बांध कर रखते हैं। जिसकी वजह से कटड़ी तनाव में रहती है और उसका शारीरिक विकास सही तरह से नहीं होता। इसलिए पशु को जितनी देर हो सके खुले में छोड़ दें, हो सकें तो उनके लिए एक बाड़े का निर्माण कराएं ताकि वह आसानी से घूम सकें। ऐसा करने से पशु का शारीरिक विकास सही तरह से होगा और वह गर्भ धारण करने के लिए तैयार हो जाएगा। 

मालिश और चारा जरूरी 

इंसान की तरह ही भैंस की कटड़ी को भी अपने शुरुआती सालों में अधिक देखरेख की जरूरत होती है। इसमें पशुपालक भाइयों को सही मात्रा में चारा तो देना ही चाहिए। इसके अलावा पशु की समय – समय पर मालिश भी करनी चाहिए। ऐसा करने से भैंस का बच्चा तंदुरुस्त होगा और शारीरिक रूप से स्वस्थ होगा।

शेड का निर्माण 

भैंस के कटड़ी को मौसम की मार से बचाए रखना भी बहुत जरूरी है। इसके लिए पशुपालक भाई उनके शेड का निर्माण सही तरह से कराएं। शेड में हवा की आवा जाही सही तरह से हो और उसमें पानी एवं चारे का इंतजाम भी हो। इसके अलावा शेड की सफाई भी समय – समय पर करते रहें। 

टीकाकरण करवाएं

भैंस की कटड़े को पैदा होने के बाद कई तरह के रोग हो सकते हैं। ऐसे में कटड़ी को इन रोगों से बचाने के लिए टीकाकरण जरूर करवाएं। टीकाकरण से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए अपने आस पास के डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर से ऑनलाइन संपर्क करने के लिए आप हमारी एनिमॉल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। इस ऐप के डाउनलोड करने का लिंक हम आपको नीचे देंगे। 

पहली ब्यात की भैंस की कीमत 

अगर आप कटड़ी को भैंस बनने तक का समय देते हैं और उसका प्रसव हो जाता है। ऐसे में भैंस की दूध की मात्रा के हिसाब से भैंस की कीमत तय हो सकती है। अगर भैंस 15 से 20 लीटर दूध देती है तो उसकी कीमत 1.5 लाख से लेकर 1.75 हजार रुपए तक हो सकती है। वहीं अगर दूध कम होगा तो कीमत भी कम रहेगी। 

हमें उम्मीद है कि कटड़ी की देखरेख की जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। अगर आप इसी तरह के लेख पढ़ना चाहते हैं या भैंस खरीदना और बेचना चाहते हैं तो आप हमारी ऐनिमॉल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। ऐप के जरिए आप पशु चिकित्सक से भी सहायता ले सकते हैं। ऐप डाउनलोड करने के लिए इस विकल्प को चुनें।  

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जानिए सरहिंद पशु मंडी से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

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क्या आप एक अच्छी नस्ल का दुधारू पशु खरीदने का मन बना रहे हैं। अगर हां तो आपको बता दें कि यह लेख आपके लिए है। आज हम आपको पंजाब के लुधियाना शहर के सरहिंद पशु मंडी से जुड़ी जानकारी देने वाले हैं। यह विशाल पशु मंडी अच्छी नस्ल के पशुओं के लिए प्रसिद्ध है। इस मंडी के अंदर कारोबारी और पशुपालक को आपको दिखाई देंगे। 

यहां आपको हर तरह की गाय और भैंस मिल जाएगी। अगर आप एक दुधारू भैंस या गाय खरीदना चाहते हैं, तो आप इस मंडी में जा सकते हैं। लेकिन इस मंडी में जाने से पहले आपको कुछ खास जानकारियां जुटानी चाहिए। इस मंडी से जुड़ी हुई जानकारियां हम आपको अपने इस लेख में दे रहे हैं। चलिए विस्तार से जानते हैं सरहिंद की पशु मंडी से जुड़ी जानकारी। 

सरहिंद की पशु मंडी की विशेषता

पंजाब के लुधियाना में मौजूद इस मंडी के अंदर हजारों कारोबारी और पशुपालक आते हैं। इस मंडी के अंदर एक से बढ़कर एक पशु सही कीमत पर मिल जाते हैं। यह मंडी उन लोगों को अधिक लाभ दे सकती है, जो बड़ी संख्या में पशु खरीदना चाहते हैं। बताया जाता है कि सरहिंद पशु मंडी के अंदर ऐसे पशु भी आते हैं जिनकी दूध देने की क्षमता 50 से 80 लीटर तक है। ऐसे में अगर आप डेयरी उद्योग से जुड़े हैं और अपने कारोबार को तेजी से बढ़ाना चाहते हैं, तो यह मंडी आपके बहुत काम आ सकती है।

सरहिंद मंडी में पशुओं से जुड़ी सावधानियां 

अगर आप सरहिंद मंडी में पशु खरीदने जा रहे हैं, तो इस दौरान आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना है। क्योंकि अगर आपने जरा लापरवाही की तो इससे आपको काफी नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं सरहिंद पशु मंडी में खरीदारी के समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है। 

  • यहां आपको एक से एक पशु दिखाई देंगे। जिनकी दूध देने की क्षमता को लेकर आपसे झूठ बोला जा सकता है। इसलिए जरूरी है कि पशुपालक भाई अपनी संतुष्टि के लिए दूध की मात्रा की जांच जरूर कर लें। 
  • पशुपालक भाई अक्सर कुछ अच्छी नस्ल की गाय या भैंस खरीदने के लिए ही इस मंडी में आते हैं। लेकिन कई बार कारोबारी क्रॉस नस्ल का पशु पशुपालक को बेच देते हैं। इसलिए जब भी पशु खरीदें तो उसकी नस्ल से जुड़ी जानकारी हासिल करें और उस नस्ल से मिलती जुलती चीजें दिखाई दे तो ही गाय या भैंस खरीदें। 
  • गाय या भैंस दूध कितनी मात्रा में देती है, यह जानकारी तो अमूमन सब पूछ लेते हैं। लेकिन बहुत से लोग पशु के दूध में फैट और एसएनएफ की मात्रा कितनी है। यह नहीं पूछते, जिसके चलते कई बार पशु दूध अधिक देता है। लेकिन उसमें फैट और एसएनएफ कम होने की वजह से उसकी गुणवत्ता इतनी बेहतर नहीं होती। जिसकी वजह से पशु का दूध कम बिकता है और पशुपालक को काफी नुकसान उठाना पड़ता है।
  • पशुपालक मंडी में आते ही सीधा पशु न खरीदें। बल्कि पहले माहौल का जायजा लें और देख लें कि कौन व्यक्ति उन्हें कितने दाम पर पशु बेच रहा है। यह सब देखने के बाद ही पशु खरीदें। 

आशा करते हैं आपको सरहिंद पशु मंडी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां मिल गई होंगी। अब अगर आप इस तरह की जानकारी हासिल करना चाहते हैं या बिना किसी सिरदर्द के गाय या भैंस खरीदना बेचना चाहते हैं तो इसके लिए आप ऑनलाइन ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह काम आप हमारी Animall App के जरिए आसानी से कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आपका पशु बीमार है तो आप तुरंत ऐप के जरिए डॉक्टर से सहायता भी ले सकते हैं।  हमारी एनिमॉल ऐप डाउनलोड करने के लिए इस विकल्प पर क्लिक करें। 

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गाय या पशु के प्रसव समय के संकेत एवं व्यवस्था | Before Cattle Delivery Arrangements

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प्रसव का समय किसी महिला का हो या फिर किसी मादा पशु का। दोनों ही स्थिति में सावधान रहना जरूरी हो जाता है। वहीं पशु के मामले में तो पशुपालक को अधिक ध्यान रखने की जरूरत होती है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि पशु अपनी स्थिति के बारे में बोलकर नहीं बता सकता। लेकिन अगर कोशिश की जाए तो गाय या पशु के प्रसव के समय की पहचान करके प्रसव से जुड़े जरूरी इंतजाम किए जा सकते हैं।

आज हम अपने इस लेख में आपको बताएंगे कि पशुपालक किस तरह पशु के प्रसव के समय का पता लगा सकते हैं। इसके अलावा पशु के प्रसव के दौरान पशुपालक को किन जरूरी चीजों का इंतजाम करना चाहिए, इसके बारे में भी जानकारी देंगे। अगर आप एक पशुपालक हैं और आपकी गाय का प्रसव करीब है तो इस लेख की जानकारी आपके काफी काम आ सकती है। 

प्रसव के समय से पहले पशु के संकेत

गाय या भैंस के प्रसव का समय जब भी नजदीक होता है, तो उनके व्यवहार के अंदर काफी बदलाव देखने को मिल जाते हैं। इसके अलावा शारीरिक रूप से भी पशु में काफी बदलाव देखने को मिल सकते हैं। अब हम आपको बताएंगे कि प्रसव कुछ समय पहले तक एक पशु किस तरह के लक्षण प्रदर्शित करता है। 

  • जब पशु के प्रसव का समय नजदीक आने वाला होता है तो वह अक्सर उदास दिखाई देने लगता है। वह आपको इशारों से अपने दर्द के बारे में बताने की कोशिश करता है। इस दौरान अमूमन पशु पशुपालक के पास जाकर सिर झुका लेते हैं।
  • प्रसव से कुछ समय पहले तक पशु की योनि के आस पास में एक हलचल दिखाई देती है। 
  • प्रसव से कुछ देर पहले पशु के पेट आगे पीछे होता रहता है। 
  • प्रसव से कुछ समय पहले तक पशु बार – बार बैठता और खड़ा होता है। 
  • प्रसव के समय से कुछ पहले पशु खाना पीना कम कर देता है।  
  • पशु अपने प्रसव से पहले जोर – जोर से चिल्लाने भी लगता है। 

प्रसव के जरूरी इंतजाम 

किसान या पशुपालन से जुड़े हुए लोगों को यह समझना बहुत जरूरी है कि प्रसव के समय पशु का ध्यान रखने के लिए कुछ चीजें पास होनी चाहिए। हम आपको इन्ही सामग्रियों के बारे में बताने वाले हैं। 

  • पशु के जब प्रसव का समय आने वाला हो तो उसे अधिक देर के लिए अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। अगर आपको कहीं जाना भी पड़े तो कोई न कोई व्यक्ति पशु के साथ होना चाहिए। 
  • गाय के प्रसव से पहले एक बॉयलर सूट पहनना बहुत जरूरी होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर बॉयलर सूट न पहना जाए, तो इससे पशु किसी रोग से संक्रमित भी हो सकता है।  इसलिए हमेशा बॉयलर सूट में ही प्रसव कराए।
  • गाय या पशु के बैठने का सही इंतजाम करना जरूरी है। पशु जहां बैठता या बांधा जाता है। वहां सूखी घास जरूर लगवाएं। ऐसा करने से पशु आसानी से उठ बैठ सकेगा और पशु के थन दबने की संभावना कम हो जाएगी। 
  • गाय के प्रसव से कुछ समय पहले पशुपालक को कुछ  जरूरी इंतजाम करने चाहिए। जैसे साफ सफाई का ध्यान रखना, कैंची का इंतजाम करना, एक टब, बाल्टी आदि पास रखना।
  • पशु के प्रसव के समय डॉक्टर का पास होना बेहद जरूरी होता है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि डिलीवरी के समय अक्सर पशुपालक पशु की सहायता हेतु कुछ कदम उठा लेते हैं, जो पूरी तरह गलत होते हैं। पशुपालक की इन गलतियों की वजह से प्रसव के समय दिक्कत आ सकती है। 

हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख पसंद आया है और आप इसी तरह की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो आप हमारी ऐप भी डाउनलोड कर सकते हैं। हमारी Animall App के जरिए आप पशु खरीदने और बेचने का काम भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप पशु चिकित्सक से भी बात कर सकते हैं। अगर एनिमॉल ऐप डाउनलोड करना हो तो इस विकल्प का चुनाव करें। 

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गाय – भैंस का दूध निकलेगा आटोमेटिक तरीके से ||Automatic Milk Parlour ||

 
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