पशुओं की गर्मी का पता कैसे लगाया जा सकता है?

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(क) पशु की योनि से सफेद लेसदार पदार्थ निकलता है।
(ख) पशु की योनि अन्दर से लाल हो जाती है और उसमें

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ब्यात के बाद पशु को कब गाभिन करवाना चाहिए?

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किसान और पशुपालकों की आय का एक बड़ा हिस्सा पशु से प्राप्त दूध से ही होता है। यही कारण भी है जिसकी वजह से पशुपालक गाय भैंस को जल्दी गाभिन कराने के तरीके खोजते रहते हैं। बिना यह समझें कि पशु को गाभिन कराने का एक सही समय होता है। वहीं अगर पशु पहले से ही ब्यात में गाभिन हो चुका है, तो अगला समय और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है। 

आज हम अपने इस लेख में पशुपालक भाइयों को इसी से जुड़ी कुछ जानकारिया देने वाले हैं। हम जानते हैं कि पशुओं के जरिए प्राप्त दूध, दही, धी आदि से ही पशुपालक आय अर्जित करते हैं। लेकिन फिर भी पशु की उत्पादकता और जीवनकाल को बढ़ाने के लिए पशुपालकों को उनके गाभिन करवाने का सही समय पता होना चाहिए।

जल्दी – जल्दी गर्भधारण कराने के नुकसान

पशुपालन से जुड़े लोग अक्सर आय को बढ़ाने के लिए पशु को बार – बार या जल्दी – जल्दी गाभिन कराने लगते हैं। जिसकी वजह से पशु का गर्भपात तो होता ही है। बल्कि कई बार पशु पूरी तरह बांझपन का भी शिकार हो जाता है। ऐसे में पशुपालकों को इस मामलें में किसी तरह की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। बल्कि पशुओं को गाभिन कराने से पहले उनकी शारीरिक स्थिति की जांच करा लेनी चाहिए। अगर पशु का शरीर स्वस्थ है और वह गर्भधारण करने के लिए तैयार है तो ही पशु को गाभिन कराना चाहिए।  

पशु को गाभिन कराने का सही समय 

किसान भाइयों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ब्यात के तुरंत बाद पशु को गाभिन कराना न केवल बेकार है। बल्कि बहुत नुसानदायक भी है। इसकी वजह से पशु का गर्भपात हो सकता है। इसलिए पशुपालन से जुड़े लोग ब्यात के बाद कम से कम 2 महीने तक पशु को गाभिन बिल्कुल न कराएं। ब्यात के बाद पशु की एक या दो हीट को छोड़ देना चाहिए। इसके बाद आने वाली तीसरी हीट में आप पशु को गाभिन करा सकते हैं। गाभिन कराने का सस्ता और सटीक तरीका कृत्रिम गर्भाधान ही है। 

गाभिन कराने से पहले सावधानियां 

किसान या पशुपालक भाई अक्सर ब्यात के बाद पशु को गाभिन कराने का उचित समय तो तय कर लेते हैं। लेकिन पशु की शारीरिक स्थिति पर बिल्कुल भी गौर नहीं करते। पशुपालकों को यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि गर्भावस्था के दौरान पशु की देखभाल में की गई लापरवाही। अगले गर्भकाल पर असर डाल सकती है। इसलिए किसी भी स्थिति में गर्भावस्था के अंदर पशु को सही आहार और पेय पदार्थ देने चाहिए। 

हम उम्मीद करतें हैं कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी से आप संतुष्ट होंगे। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो अपने दोस्तों या पशुपालक साथियों के साथ जरूर शेयर करें। वहीं इसी तरह की जानकारी को पढ़ने के लिए पशुपालक भाई हमारी Animall App भी डाउनलोड कर सकते हैं। ऐप डाउनलोड करने से पशु को बेचना और खरीदना भी आसान हो जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि ऐप के जरिए पशु खरीदे और बेचे जाते हैं। इसके अलावा ऐप के माध्यम से तुरंत चिकित्सीय सहायता ली जा सकती है। हमारी एनिमॉल ऐप को डाउनलोड करने के लिए इस लिंक का चुनाव करें। 

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नाबार्ड डेयरी सब्सिडी के लिए योग्यता क्या है ?

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1. किसान व्यक्तिगत उधमी और असंगठित क्षेत्र का समूह हो
2. एक आवेदक इस योजना के तहत केवल एक बार लाभ प्राप्त कर सकता है
3 . दो फार्मों के बीच दूरी कम से कम 500 मीटर होनी चाहिए

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डेयरी फॉर्म प्रारम्भ करने के लिए नाबार्ड से सब्सिडी कैसे प्राप्त करें ?

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1. डेयरी को रजिस्टर्ड करवाएं ।
2. एक अच्छ एवम विस्तृत योजना तैयार करें ।
3. नाबार्ड द्वारा अधिकृत बैंक में जाएं और बैंक लोन के लिए आवेदन करें ।
4. एक बार लोन मिल जाये तो डेयरी का कार्य प्रारंभ करें।

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जानें क्या है मिनी डेयरी योजना और इससे मिलने वाले लाभ?

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आजादी के 70 साल के बाद भी देश में किसानों और पशुपालकों की आर्थिक स्थिति बहुत बुरी है। इसी स्थिति को सुधारने के लिए देश की सरकारें अक्सर कई योजनाएं चलाती रहती है। इन योजनाओं का उद्देश्य किसानों और पशुपालकों की आय को बढ़ाना होता है। ऐसी ही एक योजना है मिनी डेयरी योजना। 

इस योजना के अंतर्गत सरकार पशुपालन की इच्छा रखने वाले लोगों को अनुदान मुहैया करा रही है। इस अनुदान के जरिए पशुपालक डेयरी का कारोबार शुरू कर सकते हैं। आज हम अपने इस लेख में आपको मिनी डेयरी योजना से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां देंगे। अगर आप भी डेयरी उद्योग में पैर जमाने की सोच रहे हैं तो यह लेख आपके लिए है। आइए विस्तार से जानते हैं मिनी डेयरी योजना के बारे में। 

क्या है मिनी डेयरी योजना में खास

भारत के किसान और पशुपालन क्षेत्र से जुड़े हुए लोग मिनी डेयरी योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के जरिए 10 गाय या भैंस खरीदने के लिए सरकार की ओर से अनुदान राशि दी जाएगी। इसके अलावा किसानों और पशुपालकों को गोबर से खाद बनाने में भी मदद मुहैया कराई जाएगी। यह योजना इसलिए शुरू की गई है ताकि भारत की दूध उत्पादन की मात्रा को बढ़ाया जा सके। 

कितने पशु पर कितना अनुदान 

मिनी डेयरी योजना के तहत मुहैया कराई जाने वाली अनुदान राशि अलग – अलग हो सकती है। अनुदान राशि इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितने पशुओं के साथ डेयरी खोलने की शुरुआत कर रहे हैं।

  • इस डेयरी योजना का लाभ दो तरह से लिया जा सकता है। अगर आपको 5 पशुओं के साथ डेयरी खोलनी है, तो अनुदान राशि अलग होगी और अगर 10 पशुओं के साथ डेयरी शुरू करनी है, तो अनुदान राशि अलग होगी।
  • मिनी डेयरी योजना के तहत अगर 5 पशुओं के साथ डेयरी शुरू करनी है, तो इसमें अनुदान राशि 50 प्रतिशत होगी। इसके अलावा बची हुई 50 प्रतिशत धनराशि बैंक से लोन में ली जा सकती है। यह लोन आप अपने आस पास के किसी भी सरकारी बैंक से ले सकते हैं। योजना के तहत आवेदनकर्ता को पहले चरण में 3 पशु खरीदने का पैसा बैंक के माध्यम से दिया जाएगा। इसके 6 महीने बाद 2 पशुओं के लिए आवेदनकर्ता को बैंक से लोन की राशि दी जाएगी। आपको बता दें कि योजना के तहत गाय या भैंस खरीदने के लिए 45 हजार रुपए दिए जाते हैं और पशुओं के बीमे के लिए 2 लाख रुपए की अनुदान राशि दी जाती है। 
  • अगर कोई पशुपालक 10 गाय या भैंस के साथ डेयरी खोलना चाहता है तो उसे इसके लिए 40 प्रतिशत अनुदान राशि दी जाएगी। वहीं बची हुई 60 प्रतिशत धनराशि बैंक से लोन में लेनी होगी। योजना के पहले चरण में लाभार्थी को 5 पशु खरीदने के लिए अनुदान राशि दी जाएगी। वहीं इसके 6 महीने बाद बचे हुए पशु खरीदने के लिए आवेदनकर्ता को लोन दिया जाएगा। 

मिनी डेयरी योजना के फायदे

इस योजना के तहत पशुपालक और किसानों की आय को बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा मिनी डेयरी योजना के जरिए भारत की दूध उत्पादन क्षमता को भी बेहतर किया जा सकेगा। यही नहीं ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लाखों बेरोजगार युवाओं को इससे काम करने के अवसर भी प्राप्त होंगे। 

मिनी डेयरी योजना के लिए आवेदन 

मिनी डेयरी योजना का लाभ लेने के लिए आपको अपने जिले के गव्य विकास पदाधिकारी से संपर्क करना होगा। इसके अलावा आप चाहें तो अपने नजदीक डेयरी पशु विकास केंद्र या जिला पशुपालन पदाधिकारी से भी योजना से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यहां से आप आवेदन की प्रक्रिया को भी सही तरह से समझ जाएंगे। 

किसान और पशुपालक भाई हमारे ब्लॉग के अलावा ऐप से भी जुड़ सकते हैं। यह सभी जानकारी तो वह आप पर पा ही सकते हैं। इसके साथ ही सस्ते दामों पर पशु खरीद भी सकते हैं। अगर आप हमारी Animall App को डाउनलोड करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें।

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