भारत में डेयरी उद्योग बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है, इसकी असली वजह है भारत में पाई जाने वाली दुधारू गायें। आज इस लेख में हम आपको एक ऐसी ही गाय की नस्ल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका संबंध राजस्थान से है। हम बात कर रहे हैं आईसीएआर-राष्ट्रीय पशु आनुवांशिक संसाधन ब्यूरों (ICAR-NBAGR) द्वारा पंजीकृत सांचोरी नस्ल की गाय की। सैकड़ों वर्षों में राजस्थान के सांचौर से अलग-अलग क्षेत्रों में कांकरेज नस्ल गाय की संख्या बढ़ती गई जिसके बाद भौगोलिक स्थिति, पानी की कमी और वातावरण परिवर्तन के चलते कांकरेज नस्ल से एक नई नस्ल सांचोरी की उत्पत्ति हुई। इस लेख के जरिए हम आपको सांचोरी गाय का पालन, सांचोरी गाय आहार, सांचोरी गाय एक दिन में कितना दूध देती है, कहां मिलेगी, इसकी खासियत क्या है, पहचान कैसे कर सकते हैं और इसकी कीमत जैसे जरूरी सवालों के जवाब देने वाले हैं। बस शर्त ये है कि आप हमारे साथ अंत तक बने रहें।
अंतर्वस्तु : |
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1. सांचोरी गाय पालन |
2. शुद्ध सांचोरी गाय की पहचान कैसे करें |
3. सांचोरी गाय की खासियत क्या है |
4. सांचोरी गाय 1 दिन में कितना लीटर दूध देती है |
5. सांचोरी गाय कहां से खरीदें |
6. सांचोरी गाय की कीमत |
सांचोरी गाय उच्च तापमान सहन शक्ति वाली देसी नस्ल की एक गाय है जिसकी दुग्ध गुणवत्ता क्षमता काफी अच्छी मानी जाती है. मूलरूप से कांकरेज नस्ल की होकर भी इसने खुद में कई विशिष्टताओं को विकसित कर लिया है। ये नस्ल ऊर्जावान, मजबूत, अत्यंत सजग और संवेदनशील होती है इसको खुले और शांत स्थान पर रखना उचित माना जाता है। समुचित आहार देने वाले और उचित देखभाल करने पर सांचोरी गाय दूध देने के मामले में थारपारकर और राठी गाय की बराबरी कर सकती है।
शुद्ध सांचोरी गाय की पहचान कैसे करें, इस बात को लेकर आपके मन में कई तरह के सवाल आते होंगे, तो आपको बता दें कि सांचोरी गाय भले ही मूल रूप से कांकरेज नस्ल की है लेकिन इसके सींग, माथा, कद-काठी, नाभि बंद में परिवर्तन देखने को मिलता है। यह गाय ज्यादातर सफेद रंग में पाई जाती है हालांकि भूरे रंग की गाय भी कई बार आपको दिखने को मिल जाएगी। सांचोरी गाय का माथा संकरा और सींग पतले, लंबे व घुमावदार होते हैं। सांचोरी गाय की लंबाई थोड़ी कम होती है लेकिन अच्छी क्वालिटी केे दूध उत्पादन के मामले में अन्य नस्ल की गायों से पीछे नहीं है। इस नस्ल की गाय अधिकतर राजस्थान के जालौर जिले में पाई जाती है।
गाय की कांकरेज नस्ल से उत्पन्न हुई सांचोरी नस्ल राजस्थान के सांचोर, जालोर, बाड़मेर, पाली और सिरोही क्षेत्र में उत्पन्न हुई मानी जाती है. वातावरण और परिस्थिति में परिवर्तन के चलते कांकरेज से उत्पन्न हुई संचोरी नस्ल मजबूत, ऊर्जावान, संवेदनशील और अत्यंत सजग मानी जाती है इसके बैल भी काफी सुडौल व मजबूत होते हैं। ये उच्च तापामान में रहने के लिए अनुकूल होती है। संचौर क्षेत्र की सांचोरी गाय को हाल ही में आईसीएआर- राष्ट्रीय पशु आनुवांशिक संसाधन ब्यूरों ने देसी गाय की नस्लों के रूप में सूची में जगह दी है। आपको बता दें कि देशी पशुओं के संरक्षण के लिए आईसीएआर- राष्ट्रीय पशु आनुवांशिक संसाधन ब्यूरो पंजीकरण करता है।
सांचोरी गाय अच्छी क्वालिटी के दूध उत्पादन के लिए जानी जाती है। दूध उत्पादन के मामले में सांचोरी गाय गिर, साहिवाल,राठी, थारपारकर के बाद पांचवीं श्रेष्ठ नस्ल मानी जाती है. सांचोरी , समुचित आहार और उचित देखरेख के बाद सांचोरी गाय के राठी और थारपारकर के बराबर पाई गई है. एक सांचोरी गाय प्रतिदिन 15-16 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है। ये नस्ल प्रति ब्यात औसतन 2769 लीटर तक दूध दे सकती है।
सांचोरी गाय अच्छी क्वालिटी के दूध उत्पादन के लिए जानी जाती है। दूध उत्पादन के मामले में सांचोरी गाय गिर, साहिवाल,राठी, थारपारकर के बाद पांचवीं श्रेष्ठ नस्ल मानी जाती है. सांचोरी गाय आहार, समुचित आहार और उचित देखरेख के बाद सांचोरी गाय के दूध उत्पादन की क्षमता राठी और थारपारकर के बराबर पाई गई है. एक सांचोरी गाय प्रतिदिन 15-16 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है। ये नस्ल प्रति ब्यात औसतन 2769 लीटर तक दूध दे सकती है।
सबसे सस्ती सांचोरी गाय खरीदने के लिए आपको कहीं और जाने की जरूरत नहीं है बस आपको Animall ऐप का इस्तेमाल करना होगा। यहां आपको सांचोरी गाय के साथ कई अन्य मिल जाएगी। अपने पसंद के पशु का चुनाव करने के बाद आप सीधे उसके मालिक से बात करके मोल भाव भी कर सकते हैं।
सांचोरी गाय खरीदने से पहले कुछ बातें आपको पता होना बहुत जरूरी है, वरना आप आसानी से ठगी का शिकार हो सकते हैं। इसमें सबसे पहले आपको गाय की ब्यात और उसकी होनी चाहिए। इसके बाद गाय दूध कितना दे रही है और दोनों समय के दूध की मात्रा में कितना अंतर है इस बारे में आपको पता होनी चाहिए। गाय के दूध में छर्रे या दूध फटा आ रहा हो तो इसे खरीदने की गलती न करें। उसके शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में जरूर पता कर लें।
सांचोरी गाय की कीमत इसकी दूध उत्पादन क्षमता और ब्यात को ध्यान में रखकर तय की जा सकती है इसके साथ बछड़ी होने पर कीमत थोड़ी बढ़ सकती है। औसत कीमत की बात करें तो संचोरी गाय 40 हजार रुपये से लेकर 60 हजार रुपये तक में मिल जाएगी।
To improve the lives of dairy farmers in a meaningful way by making dairy farming significantly more profitable. Further, more than 15,00,000+ cattle have been sold through Animall which amounts to INR 7500cr+ of GTV. Our dairy farmers have rated us 4.8 out of 5 and 65%+ of them refer Animall to at least one friend monthly.