गिर गाय की संपूर्ण जानकारी पढ़ें

आखरी अपडेट (last updated): 05 Oct 2024
Gir Cow image

डेयरी उद्योग में अच्छे मुनाफे के लिए देसी गाय पालने वालों की पहली पसंद गिर गाय है। गिर गाय अपनी अधिक दूध की क्षमता की वजह से दुनियाभर में प्रसिद्ध है। गिर गाय से जुड़ी ये बात न के बराबर लोग जानते हैं, कि गुजरात के गिर जंगल से निकली ये नस्ल आज विदेशों तक पहुंच गई है। ब्राजील देश में अधिकतर गाय गिर नस्ल की ही हैं और यहां मौजूद 80 प्रतिशत गाय कृष्णा नाम के बुल की ही वंशज हैं।

आज इस लेख के जरिए हम गिर गाय की पहचान से लेकर गिर गाय की कीमत, गिर गाय कितने दिन तक दूध देती है, और गिर गाय 1 दिन में कितना दूध देती है, ये जानकारियां साझा करेंगे। इसके अलावा गिर गाय का प्राइस (कीमत) किस आधार पर तय कर सकते हैं और गिर गाय खरीदने के फायदे क्या हो सकते हैं, ये सारी जानकारी हम आपको नीचे विस्तार से देंगे।

अंतर्वस्तु :
1. गिर गाय कहां पाई जाती है?
2. गिर गाय की पहचान
3. गिर गाय की क्या खासियत है?
4. गिर गाय के दूध के लाभ
5. गिर गाय पालन कैसे करें ?
6. गिर गाय को क्या खिलाना चाहिए?
7. गाभिन गिर का कैसे रखें ध्यान?
8. गिर गाय की उत्पादकता बढ़ाने का तरीका
9. गिर गाय के रोग और इलाज
10. गिर गाय कहां से खरीदें?
11. गिर गाय की कीमत कैसे करें तय?

1. गिर गाय कहां पाई जाती है?

गिर गाय आज के समय में लगभग हर देश के अंदर मौजूद है। बाहरी देशों में ब्राजील ऐसा देश है जहां गिर गाय सबसे ज्यादा पाई जाती है। वहीं अगर बात करें कि गिर गाय सबसे पहले कहां पाई गई थी, तो बता दें कि इस नस्ल का वजूद सबसे पहले गुजरात के गिर जंगलों में मिला था। इसी गिर जंगल के नाम पर इस नस्ल का नाम गिरा पड़ा है।

2. गिर गाय की पहचान

गिर गाय की पहचान क्या है?, इस सवाल का जवाब सब अक्सर खोजते रहते हैं, इसलिए हमने गिर गाय की पहचान से जुड़े हर उस पहलू की जानकारी आपके लिए तैयार की है, जिसके आधार पर आप प्योर गिर गाय की पहचान कर पाएंगे।

  • गिर का माथा - गिर गाय का माथा काफी बड़ा होता है और ये दिखने में किसी उल्टे तवे की तरह हल्के गोलाकार दिखाई देगा।
  • गिर की आंखें - प्योर गिर गाय की आंखें काफी छोटी और सुंदर होती हैं। इन्हें देखकर ऐसा लगता है मानों गिर ने काजल लगाया हो। इसके अलावा इसे देखने पर ऐसा भी लग सकता है कि माथे ने आंखों को ढक दिया हो।
  • कान - गिर के कान आपको काफी लंबे और नीचे की ओर लटके हुए दिखाई देंगे। इसके साथ ही कान के आखिरी सिरे पर देखने पर वो जगह किसी हुक जैसी दिखाई देगी।
  • सींग - गिर के सींग कान के पीछे से ही निकलते दिखाई देंगे और ये बाहर की ओर निकलते हुए पीछे की तरफ थोड़े मुड़े हुए और ऊपर की ओर जाते हुए नजर आएंगे। इनका मुड़ाव कुछ - कुछ कढ़ाई या किसी कटोरे की तरह होगा।
  • हम्प - गिर गाय का ऊंचा हम्प उसकी मुख्य पहचान के तौर पर देखा जा सकता है। हम्प जितना ऊंचा होगा उतनी ही शुद्ध वह गाय होगी।
  • गलकंबल - गलकंबल देसी गाय के गले से लटकी हुई एक खाल को कहते हैं। गिर गाय में भी ये होती है और ये काफी मुलायम होती है।
  • रंग - गिर गाय की पहचान इसके रंग से भी की जाती है। ये ज्यादातर रेडिश ब्राउन रंग की होती है और इनके शरीर पर सफेद रंग के निशान भी होते हैं। इसके साथ ही कई बार ये सुनहरे रंग में भी दिखाई दे सकती है, जिसे सबसे श्रेष्ठ गिर माना जाता है। इसके साथ ही सफेद या काले रंग में भी गिर हो सकती है। सफेद गिर को व्हाइट कपिला कहा जाता है और काली गिर को काली कपिला कहते हैं।
  • थन - गिर के थन थोड़े मोटे होंगे और आगे के थन थोड़े लंबे होंगे और पीछे के थोड़े छोटे होंगे। वहीं चारों थनों के बीच की दूरी बराबर होगी।
  • पूंछ - ये शरीर के रंग से मिलती हुई होगी और जमीन तक जाती होगी।
  • त्वचा- गिर गाय की पहचान उनकी त्वचा से भी कर सकते हैं। इनकी त्वचा काफी चमकदार और मुलायम होती है।
  • वजन - गिर गाय का वजन 350 से 450 किलोग्राम के बीच होती है। वहीं गिर बुल का वजन 540 से 650 किलोग्राम तक होता है।
  • गिर की ऊंचाई - गिर गाय की ऊंचाई मध्यम आकार की गाय से थोड़ी ऊंची होती है। गिर की ऊंचाई सामान्य तौर पर 130 सेमी. तक हो सकती है। वहीं गिर बुल की ऊंचाई 135 सेमी. तक होती है।

3. गिर गाय की क्या खासियत है?

गिर गाय अपनी कई खासियतों की वजह से ही

में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली गाय है। गिर गाय की खासियतों के बारे में हम आपको नीचे विस्तार से बता रहे हैं।

  • गिर गाय भारत में मौजूद अन्य नस्लों के मुकाबले ज्यादा दूध देने की क्षमता रखने वाली गाय है। गिर एक दिन में 30 से 80 लीटर तक दूध दे सकती है।
  • गिर गाय के दूध में 97 प्रतिशत ए 2 प्रोटीन पाया जाता है
  • ऐसा कहा जाता है कि गिर गाय के दूध में सोने के गुण होते हैं।
  • गिर गाय के दूध में 4.5 से लेकर 6 प्रतिशत तक फैट पाया जाता है।
  • गिर गाय पहली बार तीन साल की आयु में बछड़े को जन्म देती है।
  • गिर गाय 12 से 15 वर्ष ही जीवित रहती है।
  • गिर गाय की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी अच्छी होती है।
  • गिर गाय अपने पूरे जीवन में 6 से 12 वर्ष के बछड़ों को जन्म दे सकती है।
  • गिर गाय के दूध की कीमत बाजार में 250 रुपए लीटर तक है।
  • गिर गाय का घी बाजार में 5000 रुपए किलो तक बिकता है।
  • गिर गाय अपनी एक ब्यांत में 300 से ज्यादा दिन तक दूध दे सकती है।
  • गिर गाय के गोबर और मूत्र का भी इस्तेमाल किया जाता है।

गिर यूं तो भारत में पाई जाने वाली देसी गाय की नस्ल है। लेकिन गिर गाय के चार प्रकार हैं जो आपको अमूमन देखने को मिल सकते हैं। इनकी जानकारी हम नीचे दे रहे हैं।

  • साधारण गिर गाय जो आपको रेडियस ब्राउन के साथ सफेद रंग में देखने को मिल सकती है। इस रंग की गिर गाय सबसे ज्यादा देखी जाती है।
  • स्वर्ण कपिला ये गिर गाय की सबसे दुर्लभ प्रकार में से एक है। इस गिर का रंग पूरी तरह सुनहरा होता है। इस गिर के खुर से लेकर आंखों की भौहें भी सुनहरे रंग की होती है। इसे आम लोग स्वर्ण कपिला नाम से भी जानते हैं।
  • श्वेत गिर गाय भी आपको सामान्य रूप से देखने को मिल सकती है। इस गाय में रेडियस लाल रंग कम और सफेद रंग ज्यादा होता है। इस नस्ल की गाय पर लाल रंग के धब्बे दिखाई देते हैं।
  • कृष्ण कपिला ये गिर पूरी तरह काले रंग की होती है और इसलिए इसे कृष्ण कपिला के नाम से भी जाना जाता है। आपको बता दें कि सुनहरी कपिला की तरह ही ये गाय भी कम ही देखने को मिलती है।

4. गिर गाय के दूध के लाभ

benefit of gir cow milk

गाय के दूध के लाभ हम सभी ने बचपन से लेकर आज तक सुने हैं। लेकिन बहुत ही कम लोग जानते हैं कि भारत में पाई जाने वाली गिर गाय के दूध में स्वर्ण के गुण भी मौजूद होते हैं। गिर गाय के दूध के लाभ संपूर्ण स्वास्थ्य पर देखने को मिलते हैं। इसके अलावा बहुत लोगों के ज़हन में गिर गाय को लेकर कई सवाल उठते हैं जैसे, गिर गाय कितना दूध देती है,

कितने रुपए लीटर मिलता है और गिर गाय के दूध के लाभ क्या हैं।इन सभी सवालों के जवाब हम आपको नीचे विस्तार से दे रहे हैं।

  • बच्चों की बुद्धि को बढ़ाने में गिर गाय के दूध के लाभ देखे जा सकते हैं।
  • गिर के दूध से व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है और बीमारी लगने का खतरा कम रहता है।
  • गिर गाय के दूध में 8 प्रकार के प्रोटीन, 6 तरह के विटामिन, 21 तरह के एमिनो एसिड, 11 तरह के चर्बीयुक्त एसिड, 25 तरह के खनिज तत्व, 16 तरह के नाइट्रोजन यौगिक, 4 तरह के फास्फोरस यौगिक, 2 तरह की शर्करा पाई जाती है।
  • गिर के दूध में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है जो मानव शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
  • गिर गाय के दूध में 97 प्रतिशत ए 2 प्रोटीन होता है जो कई खतरनाक रोगों से बचाव करने में मदद करता है।
  • गिर गाय के दूध में फैट कितना होता है कुछ लोग ये सवाल भी पूछते नजर आते हैं, तो बता दें कि गिर गाय के दूध में 4.5 से 6 प्रतिशत तक फैट मौजूद होता है।
  • ऐसा माना जाता है कि गिर गाय के दूध में कैंसर विरोधी तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर में कैंसर को पैदा होने से रोकते हैं।
  • गिर गाय एक दिन में 30 से 80 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है।
  • ऐसा कहा जाता है कि गिर के दूध में एंटी एजिंग गुण भी पाए जाते हैं। हालांकि इस पर अब तक कोई शोध नहीं हुआ है, इसलिए कहा नहीं जा सकता कि ये बात कितनी सच है।
  • गिर के दूध में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है, जो हड्डियों के विकास से लेकर दांतों को मजबूत बनाने का काम करता है।
  • गिर गाय के दूध में 6 ग्राम तक प्रोटीन पाया जाता है, जिसके जरिए मानव शरीर की रोज की मांग को पूरा करने में गिर गाय के दूध के लाभ देखे जा सकते हैं।

5. गिर गाय पालन कैसे करें ?

गिर गाय पालन के लिए कुछ बुनियादी जानकारी होना बेहद जरूरी है। आपको बता दें कि गिर एक देसी नस्ल की गाय है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता तो अच्छी होती है, लेकिन अगर इनके रखरखाव में लापरवाही हो तो इन्हें कई रोग हो सकते हैं और इनकी उत्पादकता भी घट सकती है। आइए जानते हैं गिर गाय पालन के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

गिर गाय के रहने का स्थान :

गिर गाय पालन में सबसे पहले शेड का निर्माण करना चाहिए। इसके साथ ही गिर के आहार और पीने के साफ पानी की व्यवस्था शेड के अंदर ठीक से होनी चाहिए। अगर एक ही स्थान पर कई पशु रखनें हो तो

का विस्तार अच्छी तरह से करना चाहिए। इसके साथ ही पशुओं के गोबर और मूत्र के निकास की व्यवस्था भी पशुशाला में होनी चाहिए।

प्रसव के बाद गिर के बछड़ों की देखरेख :

ही उसके मुंह और नाक के आस पास मौजूद चिपचिपे पदार्थ को हटा देना चाहिए। इसके अलावा अगर बछड़े को सांस लेने में परेशानी हो रही हो तो उसकी छाती को दबा कर पशु को सांस दिलवानी चाहिए। इसके साथ ही बछड़े के 2 से 5 सेमी दूरी से नाभि को बांधकर नाडू को काट देना चाहिए। इसके बाद एक - दो प्रतिशत आयोडीन की मदद से नाभि को आस पास से साफ कर देना चाहिए।

6. गिर गाय को क्या खिलाना चाहिए?

gir cow grazing

गिर गाय भारत की सबसे दुधारू नस्लों में से एक है। इस नस्ल की गाय को अगर

दिया जाए तो इसकी दूध उत्पादका भी बढ़ती है और ये खतरनाक बीमारियों से भी बची रहती है। गिर गाय को क्या खिलाना चाहिए या गिर गाय का भोजन क्या है ? इसकी जानकारी हम नीचे दे रहे हैं। वैसे आपको बता दें कि ये बात भी गिर गाय पालन करने वालों को पता होनी चाहिए।

दाना मिश्रण :

100 किलो तैयार करने के लिए आपको 40 किलो गेंहू या मक्के का दलिया, 25 किलो चना व मूंग की चूरी, 10 किलो बिनौले की खली, 1 किलो नमक, 22 किलो सोयाबीन की चूरी और 2 किलो खनिज मिश्रण को मिलाकर दाना मिश्रण तैयार करना है और रोजाना गिर को 1 से 1.5 किलो देना है।

संतुलित आहार :

गिर गाय अगर दूध दे रही है तो उसके आहार में 25 से 30 किलो हरा चारा, और 5 से 7 किलो सूखा चारा देना चाहिए। इसके अलावा पशु को कम से कम रोजाना 40 लीटर से ज्यादा पानी भी पिलाना चाहिए।

गिर के लिए जरूरी पोषक तत्व :

गिर को आहार के साथ प्रोटीन, खनिज पदार्थ, विटामिन, कैल्शियम और फास्फोरस जैसे तत्वों की जरूरत पड़ती है। पशु के शरीर में कब किस चीज की कमी है इसकी जांच करानी चाहिए और इसके आधार पर ये पोषक तत्व भी देने चाहिए।

7. गाभिन गिर का कैसे रखें ध्यान?

how to take care of pregnant gir cow

जब

में हो तो उसकी देखरेख से जुड़े कुछ प्रबंध करने बेहद जरूरी होते हैं। गाभिन गिर का ध्यान कैसे रखना चाहिए? इसकी जानकारी हम आपको विस्तार से दे रहे हैं

  • गिर को गाभिन अवस्था में लवण और प्रोटीन से भरा आहार देना चाहिए।
  • गाभिन गिर के सातवें महीने में पाचक प्रोटीन, कैल्शियम, और फास्फोरस जरूर देना चाहिए। इसकी मात्रा के बारे में केवल पशु चिकित्सक से ही जानकारी लेनी चाहिए। न हो इसके लिए उसे कैल्शियम कार्बोनेट जरूर देना चाहिए।
  • गाभिन पशु को कभी भी अधिक शोर वाली जगह पर नहीं रखना चाहिए।
  • गाय जब गाभिन हो जाए तो उसके आहार में बड़ा बदलाव केवल पशु चिकित्सक की सलाह पर ही करना चाहिए।
  • गाय के प्रसव से 60 दिन पहले उसका दूध निकालना बंद कर देना चाहिए।
  • गाभिन गाय को अधिक पशुओं के साथ नहीं रखना चाहिए।

गिर गाय की हीट साइकिल :

गिर गाय की हीट साइकिल 18 से 21 दिन के बाद आती है और ये 20 से 36 घंटे तक रहती है। यानी कि ये समय गिर गाय को गाभिन करने के लिए सबसे सही होता है। वहीं अगर गिर एक बार बछड़े को जन्म दे चुकी हो तो प्रसव के बाद

में 45 दिन के बाद आती है और फिर ही गाय को वापिस गाभिन किया जा सकता है।

गिर गाय कितने दिन में बच्चा देती है? :

गिर गाय कितने दिन या साल में बच्चा देती है, ये सवाल बहुत से लोगों के जेहन में होता है। आपको बता दें कि एक गिर गाय जब तीन साल की होती है तो ही वो व्यस्क होती है। इसलिए तीन साल के होने के बाद ही गिर गाय बच्चे को जन्म दे पाती है। वहीं एक बार बछड़े को जन्म देने के बाद ये प्रक्रिया 8 से 10 बार तक जारी रह सकती है। यानी गाय अपने पूरे जीवनकाल में 8 से 10 बार ही बच्चा दे सकती है।

8. गिर गाय की उत्पादकता बढ़ाने का तरीका

गिर गाय एक बेहद दुधारू नस्ल की गाय है। लेकिन इनकी उत्पादकता कई सारी बातों पर निर्भर करती है। ऐसे में

इस सवाल का जवाब हम आपको नीचे विस्तार से दे रहे हैं।

गिर गाय का दूध बढ़ाने का आहार या भोजन :

गिर गाय का कुल दूध बढ़ाने के लिए उसे एक संतुलित आहार देना चाहिए। इसमें हरा चारा, सूखा चारा, खली, सोयाबीन, और कैल्शियम युक्त आहार देना चाहिए। इसके जरिए गिर के दूध के आहार को बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा अगर गाय के कुल आहार में वृद्धि हो जाए तो इसके जरिए भी गाय का दूध बढ़ाया जा सकता है।

गिर का दूध बढ़ाने के लिए दाना मिश्रण :

गिर गाय के दूध को बढ़ाने के लिए उनके आहार में दाना मिश्रण की मात्रा को बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए अगर गाय के दूध में फैट बढ़ाना हो तो इसके लिए पशु के सूखे चारे को बढ़ाया जा सकता है।

गिर गाय के लिए सप्लीमेंट :

गाय कभी - कभी तनाव या हीट स्ट्रोक की वजह से भी दूध सही मात्रा में नहीं दे पाती। ऐसे में इस समस्या से निपटने के लिए आपको गाय को कुछ सप्लीमेंट्स देने पड़ सकते हैं जैसे कैल्शियम जैल, हिम शक्ति, मिल्क फीड आदि, लेकिन ध्यान रहे कि ये सप्लीमेंट केवल डॉक्टर की सलाह पर ही पशु को दें।

9. गिर गाय के रोग और इलाज

गिर गाय अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता रखती है, लेकिन कई बार आहार में लापरवाही या सही समय पर टीकाकरण न होने की वजह से गाय खतरनाक रोगों की चपेट में आ जाती है। ऐसे में इन खतरनाक रोगों की रोकथाम और इलाज क्या हो सकता है इसकी जानकारी हम आपको नीचे दे रहे हैं।

गिर मवेशी में गलघोंटू रोग, इलाज और रोकथाम :

एक खतरनाक रोग है, इसके होने पर तुरंत इलाज न कराया जाए तो इसकी वजह से गाय की मौत भी हो सकती है। ये रोग मुख्य रूप से मानसून के दौरान ही अधिक फैलता है। इस रोग से बचाव हेतु पशु का टीकाकरण हर 6 महीने में कराना चाहिए। वहीं रोग हो जाने पर सल्फाडीमीडीन, ऑक्सीटेट्रासाइक्लिन और क्लोरम फेनीकोल नाम की एंटीबायोटिक दवा पशु को देनी चाहिए।

गिर नस्ल में खुरपका मुहंपका रोग, इलाज और रोकथाम :

ये रोग भी पशु को मानसून के दौरान ही परेशान करता है। इस रोग से पशु को बचाने के लिए

और मानसून के दौरान पशु को खुले में चरने के लिए छोड़ना नहीं चाहिए। ये रोग होने पर पशु को नीम एवं पीपल की पत्तियों के पानी से दिन में तीन से चार बार साफ करना चाहिए। इसके अलावा फिनाइल के पानी से भी पशु की धुलाई करनी चाहिए। वहीं मुंह के छालों के लिए 1 ग्राम फिटकरी को 100 मिलीलीटर पानी में मिलाकर पशु के मुंह को दिन में कई बार धोना चाहिए।

गिर गाय में थनैला रोग, इलाज और रोकथाम :

जिसकी वजह से डेयरी उद्योग को हर साल काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। इस रोग के हो जाने पर इलाज की पूरी प्रक्रिया पशु चिकित्सक के द्वारा की जाती है। वहीं रोग की रोकथाम के लिए पशु के दूध की समय - समय पर जांच करनी चाहिए, पशु के थनों की जांच करनी चाहिए, पशु का दूध दोहते समय अंगूठे का इस्तेमाल न करें।

गिर को लगाए जाने वाले टीके :

गिर के जन्म के 6 महीने के बाद उसे पहला टीका ब्रुसेला का लगवाना चाहिए। इसके एक महीने बाद मुंह खुर और गलघोटू का टीका लगवाएं, फिर उसके एक महीने के बाद पशु को लंगड़े बुखार की टीका लगवाना चाहिए। वहीं जब गिर व्यस्क हो जाए तो हर 6 महीने में डीवॉर्मिंग करानी चाहिए। इसके अलावा गिर की डी हॉर्निंग या सींग दागने से पहले पशु चिकित्सक की सलाह जरूर ले।

गिर गाय की डीवॉर्मिंग :

गिर गाय हो या कोई अन्य नस्ल की गाय, हर बार पशु को गाभिन कराने से कुछ दिन पहले उनकी डीवॉर्मिंग जरूर करानी चाहिए। अगर डीवॉर्मिंग न कराई जाए तो इसकी वजह से पशु को गाभिन करना मुश्किल हो जाता है। अगर आप अपने पशु की डीवॉर्मिंग कराना चाहते हैं तो बाजार में ऐसी कई दवाएं हैं जिनके जरिए ये किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रहे कि पशु की डीवॉर्मिंग की दवाओं का उपयोग केवल पशु चिकित्सक की सलाह पर ही करें।

10. गिर गाय कहां से खरीदें?

buying and selling gir cow

गिर गाय भले ही गुजरात राज्य के गिर जंगलों से ताल्लुक रखती है, लेकिन आज के समय में इन्हें देश के कई राज्यों समेत ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है। गिर को ऑनलाइन खरीदने के लिए आपको केवल Animall ऐप इंस्टॉल करनी होगी। इस ऐप पर न केवल सबसे बढ़िया गिर गाय मिलेगी, बल्कि यहां गिर सबसे सस्ते दाम पर भी आसानी से मिल जाएगी। गिर खरीदने के लिए आपको बाहर जाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।

गिर गाय खरीदने से पहले सावधानी :

उसके दूध, उम्र, ब्यात और उसके ब्याए हुए दिन की जानकारी होनी चाहिए। इसके अलावा गिर गाय के थन ठीक है या नहीं और गिर के दूध को बढ़ाने के लिए किसी तरह की दवा तो नहीं दी गई है। गिर गाय खरीदने से पहले ये सावधानियां आपको बरतनी चाहिए तभी आप ठगी के शिकार होने से बच जाते हैं।

11. गिर गाय की कीमत कैसे करें तय?

gir cow price

गिर गाय की कीमत किस तरह तय की जाए ये बात बहुत से लोग जानना चाहते हैं। अगर आप भी इन्ही लोगों में से एक हैं तो आपको बता दें कि गिर गाय की कीमत उनके प्योर होने, दूध, गाभिन, ब्यात जैसी जानकारी पर ही निर्भर करती है।

  • गिर गाय Price उसकी उम्र पर भी निर्भर करता है। अगर गिर गाय तीन साल की है और पहली बार ही गाभिन हुई है तो इसकी कीमत 50 से 60 हजार तक हो सकती है। वहीं अगर गिर गाय तीन साल की है और गाभिन नहीं हुई है तो इसकी कीमत 30 से 40 हजार के बीच हो सकती है।
  • गिर गाय की कीमत उसके दूध पर भी निर्भर करती है। उदाहरण के लिए गिर गाय अगर 10 से 12 लीटर दूध दे रही है तो उसकी कीमत 70 से 75 हजार रुपए तक हो सकती है।
  • ब्यात के आधार पर भी गिर गाय की कीमत में बढ़ोतरी हो सकती है। अगर गिर गाय दूसरे या तीसरे ब्यात की है तो उसकी कीमत अधिक होगी। उदाहरण के तौर पर अगर गिर दूसरे ब्यात में है और 11 लीटर दूध दे रही है तो उसकी कीमत 80 से 85 हजार के बीच चली जाएगी।
  • गिर गाय के साथ बछड़ा है या बछड़ी, ये भी गिर गाय की कीमत पर असर डाल सकती है। अगर गिर गाय दूसरे ब्यात में 11 लीटर दूध दे रही है और उसके साथ बछड़ी है तो उसकी कीमत 90 हजार से अधिक चली जाएगी।
  • गिर गाय कितने दिन तक दूध देने देती है, ये बात भी गिर की कीमत को बढ़ा सकती है। अमूमन एक गिर गाय 9 से 10 महीने तक दूध देती है।
  • 100 प्रतिशत शुद्ध गिर नस्ल की गाय का प्राइस भी थोड़ा अधिक हो सकता है। इसके अलावा ये गुजरात में अधिक पाई जाती है और वहां का वातावरण इनके लिए अनुकूल होता है। ऐसे में गिर की कीमत गुजरात में अधिक हो सकती है।
गिर गाय से जुड़े कुछ सवाल
गिर गाय एक दिन में कितना लीटर दूध देती है ?
उत्तरगिर गाय एक दिन में 30 से 80 लीटर तक दूध दे सकती है।
गिर गाय अधिकतम कितना दूध देती है ?
उत्तर गिर गाय अधिकतम 80 लीटर दूध दे सकती है।
गिर गाय का दूध क्या रेट बिकता है ?
उत्तरगिर गाय का दूध 60 रुपए से लेकर 200 रुपए लीटर बिकता है
गुजरात में गिर गाय की कीमत क्या है ?
उत्तरगुजरात में गिर गाय की कीमत 50 हजार से लेकर 1 लाख रुपए तक है।
गिर गाय राजस्थान में कहां मिलेगी?
उत्तरगिर गाय राजस्थान में खरीदने के लिए Animall ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐप डाउनलोड करके आप जहां की भी लोकेशन चुनेंगे, आपको उस जगह के आस पास की सभी गिर गाय दिखाई देने लगेंगी, फिर आप ऐप के जरिए ही गिर गाय खरीद पाएंगे।
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