ऐसा माना जाता है कि सिंधु सभ्यता काल से भैंसों का पालन किया जा रहा है, लेकिन उस समय लोग अपनी ज़रूरतों के हिसाब से इनका पालन करते थे। आपको बता दें कि आज भारत समेत दुनिया के अधिकतर हिस्सों में भैंसों का पालन किया जा रहा है। भारत के ज़्यादातर राज्यों में भैंस पालन बड़े स्तर पर हो रहा है साथ ही लोग इसे अपना व्यवसाय बनाकर काफी मुनाफा कमा रहे हैं। आज इस लेख में हम आपको एक ऐसी भैंस के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे लोग गुजराती भैंस के नाम से जानते हैं और यह भैंस आज के समय में गुजरात के पशुपालकों की कमाई का अहम स्रोत मानी जाती है। यह भैंस अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता और दूध उत्पादन क्षमता के लिए पशुपालकों में मशहूर है।
गुजराती भैंस पूर्ण रूप से भारत में विकसित की गई नस्ल है। इसकी उत्पत्ति गुजरात क्षेत्र में स्थानीय विशेषताओं के आधार पर हुई है। यह दुग्ध उत्पादन के मामले में मुर्रा नस्ल जैसी भैंसों को भी टक्कर दे सकती है। इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि गुजराती भैंस 1 दिन में कितना लीटर दूध देती है, गुजराती भैंस का मूल स्थान, गुजराती भैंस एवं मुर्रा भैंस में अंतर, गुजराती भैंस आहार, गुजराती भैंस की कीमत, गुजराती भैंस कहां से खरीदें और गुजराती भैंस खरीदने से पहले क्या सावधानी रखें आदि।
अंतर्वस्तु : |
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1. गुजराती भैंस पालन |
2. गुजराती भैंस की पहचान |
3. गुजराती भैंस की विशेषताएं |
4. गुजराती भैंस 1 दिन में कितना लीटर दूध देती है |
5. गुजराती भैंस कहां से खरीदें |
6. गुजराती भैंस की कीमत |
गुजराती भैंस, जिसे भील या देसी भैंस के रूप में भी जाना जाता है। गुजराती भैंस का मूल स्थान, यह भैंस ज़्यादातर गुजरात के सूरत, भरूच, खेडब्रम्हा, बनासकांठा, और अहमदाबाद जैसे ज़िलों में पाई जाती है। एक स्थानीय और देसी नस्ल की भैंस होने के कारण गुजराती भैंस किसी भी तरह के मौसम या वातावरण में रह लेती है। किसी भी जलवायु में ढलने की वजह से इसके पालने में पशुपालक को ज़्यादा समस्या नहीं होती है। हालांकि ये ज़्यादातर खुले मैदान में रहना पसंद करती है ऐसे में पशु के रहने का स्थान हवादार होना चाहिए। आसपास सफाई का भी ध्यान देना चाहिए। पशु को समय पर समुचित आहार दिया जाए जिससे पशु अच्छी क्वालिटी का दूध उत्पादन कर सके। इसके अलावा गुजराती भैंस को मिनरल मिक्सचर, दाना मिश्रण और साइलेज जैसी चीज़े भी खिलानी चाहिए।
अपनी दूध उत्पादन क्षमता के लिए मशहूर गुजराती भैंस एक दिन में 10 से 12 लीटर दूध दे सकती है। गुजराती भैंस एवं मुर्रा भैंस में अंतर, गुजराती भैंस का दूध पोषक तत्वों और विटामिनों से भरपूर होता है और ये मुर्रा भैंस की तरह दूध उत्पादन करने की अच्छी क्षमता रखती है। गुजराती भैंस आहार, इस नस्ल की भैंस को समुचित आहार जैसे, घास, बाजरा, मक्का, जौ, चावल, और अन्य अनाज देने पर ये प्रतिदिन औसत से ज़्यादा दूध दे सकती है।
गुजरात की क्षेत्रीय भैंस होने के कारण यह आपको गुजरात में ज़्यादातर देखने को मिलती है लेकिन यह भैंस धीरे- धीरे देश के अन्य राज्यों तक भी पहुंच रही है ऐसे में आप इसको अपने आसपास के किसी पशुपालक या पशु मेले से खरीद सकते हैं।
गुजराती भैंस को सबसे कम दाम पर खरीदने के लिए आप Animall ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको बता दें कि इस ऐप पर हर रोज़ हज़ारों की संख्या में बिकाऊ भैंस की सूची अपलोड होती है। इसी में से आप अपने अनुसार भैंस का चुनाव कर सकते हैं और अगर चाहें तो आप भैंस के मालिक से सीधे फोन पर बात कर मोल भाव करके भी इसे खरीद सकते हैं।
गुजराती भैंस को खरीदने से पहले आपको इसकी पहचान के बारे में जानकारी होना ज़रूरी होता है। इसकी शारीरिक जांच सही प्रकार से करनी चाहिए और इस जांच में थनों को ठीक से देखना चाहिए, हो सके तो थनैला की जांच भी करा लें। इसके अलावा भैंस के दूध की मात्रा, उसकी ब्यात और उम्र के बारे में पता करना चाहिए।
गुजराती भैंस की कीमत उसके दूध, उम्र और ब्यात पर निर्भर करती है। अगर भैंस दूसरे ब्यात की है तब इसकी अधिक कीमत चुकानी पड़ सकती है। वहीं अगर भैंस की ब्यात तीन से अधिक है और उसके साथ में पाड़ा है तो यह आपको कम दाम में भी मिल सकती है। आमतौर पर एक गुजराती भैंस की कीमत 30 हज़ार से लेकर 70 हज़ार तक हो सकती है।
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