देश में पशुपालन का चलन लगातार बढ़ रहा है, खासकर ग्रामीण इलाकों में लोग बड़ी संख्या में पशुपालन करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। पशुपालन को कृषि के बाद ग्रामीण अर्थव्यवस्था का दूसरा सबसे बड़ा हिस्सा माना जाता है, इससे बड़ी संख्या में लोगों को रोज़गार के अवसर मिल रहे हैं। हालांकि, दूध और इससे बनने वाले उत्पादों की बढ़ती डिमांड ने भी पशुपालन को बढ़ावा दिया है। आज इस लेख में हम आपको एक ऐसी भैंस के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में लोग ज़्यादा नहीं जानते हैं।हम बात कर रहे हैं गोदावरी नस्ल की भैंस की।
गोदावरी भैंस दक्षिण भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश के गोदावरी ज़िले और कृष्णा डेल्टा के क्षेत्रों में मुख्य रूप से पाई जाती है। इस नस्ल की उत्पत्ति इंटरब्रीड क्रॉसिंग से हुई है और यह दुग्ध उत्पादन के मामले में मुर्रा नस्ल की भैंस को टक्कर दे रही है। इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि गोदावरी भैंस 1 दिन में कितना लीटर दूध देती है, गोदावरी भैंस का मूल स्थान, गोदावरी भैंस एवं मुर्रा भैंस में अंतर, गोदावरी भैंस आहार और गोदावरी भैंस खरीदने से पहले क्या सावधानी रखें आदि।
अंतर्वस्तु : |
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1. गोदावरी भैंस पालन |
2. गोदावरी भैंस की पहचान |
3. गोदावरी भैंस की विशेषताएं |
4. गोदावरी भैंस 1 दिन में कितना लीटर दूध देती है |
5. गोदावरी भैंस कहां से खरीदें |
6. गोदावरी भैंस की कीमत |
दो नस्लों की ताकत रखने वाली गोदावरी भैंस का पालन दूसरी नस्लों की भैंस की तुलना में आसानी से किया जा सकता है। इसके पालन-पोषण में पशुपालकों को ज़्यादा खर्च नहीं उठाना पड़ता है, लेकिन फिर भी कुछ बातों का ध्यान रखने पर पशु को कई बीमारियों से बचाया जा सकता है और इससे पशु स्वस्थ भी रहेगा। पशु का समय-समय पर टीकाकरण कराना बेहद ज़रूरी होता है। इसके अलावा पशु के रहने का स्थान हवादार होना चाहिए, पशु के बाड़े में स्वच्छता रखें, पशु को साफ पानी पिलाएं, समय पर पशु को पौष्टिक आहार दें जिसमें कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, खनिज और पानी की सही मात्रा हो। बेहतर गुणवत्ता वाले चारे को पशु को खिलाएं ताकि पशु की दूध उत्पादन क्षमता अच्छी हो सके जिससे आपको मुनाफा हो।
उच्च क्वालिटी का दूध देने वाली एक गोदावरी भैंस प्रतिदिन 6 से 9 लीटर तक दूध देती है, लेकिन इसकी दूध उत्पादन क्षमता आहार, पानी, वातावरण, और देखभाल पर भी निर्भर करती है। समुचित आहार देने पर एक गोदावरी भैंस प्रतिदिन 12 से 16 लीटर तक दूध दे सकती है। गोदावरी भैंस के दूध में अच्छा खासा फैट पाया जाता है जो 5 से 7 फीसद तक हो सकता है। गोदावरी भैंस प्रति ब्यात औसतन 1500 से 2100 लीटर दूध देती है।
आंध्र प्रदेश में पाई जाने वाली गोदावरी भैंस का पालन आज देश के कई हिस्सों में हो रहा है। गोदावरी भैंस आप आसपास के किसी पशुपालक से खरीद सकते हैं या इसे किसी पशु मेले से मोल-भाव करके खरीदना भी बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
सबसे सस्ती गोदावरी भैंस खरीदने के लिए आपको कहीं और जाने की बिल्कुल ज़रूरत नहीं है क्योंकि सबसे सस्ती गोदावरी भैंस आपको Animall App पर ही मिल जाएगी। आपको बता दें कि इस ऐप पर हर रोज़ कई पशुपालक गोदावरी भैंस बेचने के लिए अपने पशु की फ़ोटो, वीडियो, ब्यात, दूध क्षमता और क़ीमत की जानकारी साझा करते हैं। अपने पसंद का पशु चुनकर आप सीधे उसके मालिक से भाव तय करके खरीद सकते हैं।
गोदावरी भैंस खरीदते समय आपको इसकी पहचान के बारे में जानकारी होना बेहद ज़रूरी हो जाता है वरना आप आसानी से ठगी का शिकार हो सकते हैं। पशु खरीदने से पहले किसी पशु विशेषज्ञ को दिखाकर उसके शारीरिक स्वास्थ्य की जांच ज़रूर कर लें। इसके बाद भैंस की ब्यात, सही उम्र, दूध उत्पादन क्षमता जैसी जानकारी जुटाएं। पशु के थन और अडर की जांच भी आप एक बार पशु विशेषज्ञ से करवा लें। इन सब चीज़ो को ध्यान में रखकर आप गोदावरी भैंस खरीद सकते हैं।
एक गोदावरी भैंस की कीमत अधिकतर उसके दूध और उसकी ब्यात पर निर्भर करती है। इसकी कीमत तय करने के लिए आपको दूध की मात्रा, ब्यात, उम्र , ब्याए हुए दिन और भैंस के साथ पाड़ा है या पाड़ी जैसी जानकारी पता होना चाहिए। आपको बता दें कि आमतौर पर एक सामान्य गोदावरी भैंस की कीमत 35000 से लेकर 90000 के बीच हो सकती है। वहीं, भैंस के साथ अगर पाड़ी होगी तो इसकी कीमत में इज़ाफा हो सकता है।
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