भारत में किसानों के लिए खेती के बाद पशुपालन आमदनी का सबसे बड़ा स्रोत माना जाता है। इनमें भी एक बड़ी आबादी भैंस पालन से जुड़ी हुई है। केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के अनुसार देश में भैंसों की बन्नी, भदावरी, चिल्का, मेहसाणा, सुर्ती, तोड़ा, मुर्रा, नीलीरावी, जाफराबादी, कालाहांडी, धारावी, गोदावरी जैसी 20 से ज़्यादा तरह की नस्लें हैं। 20वीं पशुगणना के अनुसार, भारत में भैंसों की आबादी 10 करोड़ से ज़्यादा है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में बाकी राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक भैंसों की संख्या है, उसके बाद राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और बिहार जैसे राज्य आते हैं।
आज इस लेख में हम आपको देसी नस्ल की भैंस के बारे में बताने जा रहे है जो भारत के अन्य राज्यों के मुकाबले मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में ज़्यादा देखने को मिलती है। अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए मशहूर देसी नस्ल की भैंस से जुड़े रोचक तथ्यों के बारे में आज हम आपको बताएंगे जैसे देसी भैंस का मूल स्थान, देसी भैंस की विशेषताएं, देसी भैंस आहार, देसी भैंस 1 दिन में कितना लीटर दूध देती है, देसी भैंस एवं मुर्रा भैंस में अंतर, देसी भैंस खरीदने से पहले क्या सावधानी रखें, देसी नस्ल की भैंस को कहां से खरीदें और इसकी कीमत क्या है?
अंतर्वस्तु : |
---|
1. देसी भैंस का पालन |
2. देसी भैंस की पहचान |
3. देसी भैंस की विशेषताएं |
4. देसी भैंस 1 दिन में कितना लीटर दूध देती है |
5. देसी भैंस कहां से खरीदें |
6. देसी भैंस की कीमत |
एक देसी भैंस का पालन अन्य नस्लों की भैसों की तुलना में बड़े आराम से किया जा सकता है। ज़्यादातर मध्यम वर्ग के डेयरी किसान देसी भैंस का पालन करते हैं क्योंकि इसके पालन-पोषण में अधिक खर्च नहीं आता है। देसी भैंस खेतों में उगाए जाने वाले हरे चारे को खाकर ही बेहतर दूध उत्पादन कर सकती है। हालांकि, पशुपालन के दौरान कुछ बातों का ज़रूर ध्यान रखें जैसे पशु को पर्याप्त और सही प्रकार का आहार देना चाहिए, पशु के रहने का स्थान हवादार होना चाहिए, पशुशाला को कुछ ऊंचाई पर बनाएं ताकि बारिश के दौरान पशुशाला में पानी जमा न हो सके, पशुशाला में सफाई रखें और इसके अलावा पशुओं को पीने का साफ पानी दें साथ ही समय पर पशु की सफाई करें ताकि वे बीमारियों से बच सकें। पशुपालन के दौरान पशुओं के टीकाकरण का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।
देसी भैंस का मूल स्थान, देसी भैंस मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में पाई जाती है।देसी भैंस आपको गहरे भूरे से लेकर काले रंग की देखने को मिल जाएगी।देसी भैंस का शरीर मज़बूत और मध्यम आकार का होता है। इसके सींग लंबे और घुमावदार होते हैं व सिर बड़ा, पैर मज़बूत और पूंछ लंबी होती है।
अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए खास पहचान रखने वाली देसी भैंस कठिन से कठिन परिस्थितियों में रहने की क्षमता रखती है।देसी भैंस आहार,देसी भैंस केवल हरा चारा खाकर अच्छी क्वालिटी का दूध उत्पादन कर सकती है। मुख्यत: मध्यम वर्ग के डेयरी किसान ही देसी भैंस का पालन करते हैं क्योंकि इस नस्ल की भैंस के पालन-पोषण में अधिक खर्च नहीं आता है। किसी भी वातावरण में खुद को आसानी से ढालने की वजह से देसी भैंस को अन्य पशुओं की तुलना में बीमारियों का खतरा कम होता है। इन भैंसों को मुख्य रूप से दूध उत्पादन के अलावा उनके मांस और खाल के लिए पाला जाता है। देसी नस्ल के भैंसा का उपयोग बड़े पैमाने पर कृषि गतिविधियों जैसे खेतों की जुताई, गाड़ियां खींचने और भारी सामान के परिवहन में किया जाता रहा है।
एक देसी भैंस प्रतिदिन 6 से 8 लीटर तक दूध देती है, लेकिन दूध उत्पादन उनके आहार, पानी, वातावरण, और देखभाल के साथ जुड़े कई अन्य चीज़ों पर भी निर्भर करता है। देसी भैंस एवं मुर्रा भैंस में अंतर, यह भैंस मुर्रा नस्ल की भैंस के मुकाबले कम दूध देती है लेकिन समुचित आहार देने पर एक देसी भैंस प्रतिदिन 10 से 12 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है। देसी भैंस के दूध में वसा की मात्रा भरपूर होती है जो लगभग 6-9% हो सकती है। इसका दूध अत्यधिक पौष्टिक माना जाता है, इसमें प्रोटीन, विटामिन और खनिज जैसे आवश्यक पोषक तत्व भी भरपूर मात्रा में होते हैं।
देसी भैंस खरीदने के लिए आपके पास दो विकल्प मौजूद हैं, एक है कि आप इसे पशु मेले या आसपास के किसी पशुपालक से खरीद सकते हैं। दूसरा, आप देसी भैंस को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के ज़रिए भी खरीद सकते हैं। देसी भैंस को ऑनलाइन खरीदने के लिए आप Animall ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए अपने एंड्रॉयड फोन के प्ले स्टोर पर जाएं, ऐप इंस्टॉल करके रजिस्ट्रेशन करें। इस तरह आप आसानी से मोल-भाव करके घर बैठे ही देसी भैंस खरीद पाएंगे।
सबसे सस्ती देसी भैंस कहां से खरीदना है इस विषय को लेकर पशुपालक अधिकतर चिंतित रहते हैं, लेकिन अब आपको किसी भी प्रकार की चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है। अब Animall ऐप पर ही आपको सबसे सस्ती देसी भैंस मिल जाएगी। इस ऐप पर हर रोज़ पशुपालक देसी भैंस बेचने के लिए अपने पशु की फ़ोटो, वीडियो, ब्यात, दूध क्षमता और क़ीमत की जानकारी साझा करते हैं।
देसी भैंस खरीदने से पहले कुछ चीज़ों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी हो जाता है वरना ठगी का शिकार होने की संभावना अधिक हो सकती है। सबसे पहले पशु के शारीरिक स्वास्थ्य की जांच ज़रूर कर लें। इसके बाद भैंस की ब्यात, उम्र, दूध उत्पादन क्षमता जैसी जानकारी जुटाएं। इसके अलावा देसी भैंस के थनों और अडर की जांच अधिक सावधानी पूर्वक करें। देसी भैंस खरीदते समय आपको इसकी पहचान के बारे में जानकारी होनी चाहिए। इन सारी बातों को ध्यान में रखकर आप देसी भैंस खरीद सकते हैं।
एक देसी भैंस की कीमत तय करने के लिए उसके दूध की मात्रा का पता होना चाहिए। आपको बता दें कि एक देसी भैंस की कीमत उसके दूध, ब्यात, उम्र और उसके साथ मौजूद पाड़ा-पाड़ी पर भी निर्भर करती है। आमतौर पर एक सामान्य देसी भैंस की कीमत 25 हजार से लेकर 60 हज़ार तक हो सकती है। अगर आप मोल-भाव करते हैं तो यह आपको कम दाम में भी मिल सकती है।
To improve the lives of dairy farmers in a meaningful way by making dairy farming significantly more profitable. Further, more than 15,00,000+ cattle have been sold through Animall which amounts to INR 7500cr+ of GTV. Our dairy farmers have rated us 4.8 out of 5 and 65%+ of them refer Animall to at least one friend monthly.