भारत दुनिया में सबसे अधिक भैंसों की आबादी वाला देश माना जाता है। अन्य देशों के मुकाबले भारत में दूध उत्पादन सबसे ज़्यादा मात्रा में होता है और दूध की खपत के मामले में भी यह सबसे ऊपर है। भारत में कुल दूध उत्पादन का लगभग 55 प्रतिशत भाग यानि तक़रीबन 20 मिलियन टन दूध भैंस पालन से मिलता है। आज इस लेख में हम आपको एक ऐसी नस्ल की भैंस के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके दूध में अन्य भैंसों के मुकाबले वसा यानि फैट की मात्रा ज़्यादा होती है। हम बात कर रहे हैं भदावरी भैंस की जो उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के एक क्षेत्र विशेष की प्रमुख नस्ल है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में भैंस की इस नस्ल की संख्या घटती जा रही है।
भदावरी भैंस का मूल स्थान, आपको बता दें कि आज़ादी से पहले आगरा, इटावा, भिण्ड, मुरैना और ग्वालियर ज़िलों के कुछ हिस्सों को मिलाकर एक छोटा सा राज्य था, जो भदावर के रूप में जाना जाता था। माना जाता है कि भैंस की यह नस्ल भदावर राज्य में ही विकसित हुई इसलिए इसका नाम भदावरी पड़ा है।
वर्तमान में भदावरी भैंस मध्य प्रदेश के भिण्ड, मुरैना, ग्वालियर और उत्तर प्रदेश के आगरा, इटावा, औरैया व जालौन के कुछ क्षेत्रों में पाई जाती है। आज इस लेख के ज़रिए हम आपको भदावरी भैंस से संबंधित कुछ रोचक बातें बताएंगे जैसे भदावरी भैंस की विशेषताएं, भदावरी भैंस आहार, भदावरी भैंस एवं मुर्रा भैंस में अंतर, भदावरी भैंस 1 दिन में कितना लीटर दूध देती है, भदावरी नस्ल की भैंस को कहां से खरीदें और इसकी कीमत क्या है।
अंतर्वस्तु : |
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1. भदावरी भैंस पालन |
2. भदावरी भैंस की पहचान |
3. भदावरी भैंस की विशेषताएं |
4. भदावरी भैंस 1 दिन में कितना लीटर दूध देती है |
5. भदावरी भैंस कहां से खरीदें |
6. भदावरी भैंस की कीमत |
भदावरी भैंस का पालन अन्य नस्लों की भैसों के मुकाबले बहुत ही आसानी से किया जा सकता है और इसका मुख्य कारण भदावरी भैंस का कम वज़न और छोटा आकार है। भूमिहीन कृषक और गरीब पशुपालक भी भदावरी भैंस का पालन कम संसाधनों के साथ आसानी से कर सकते हैं। भदावरी भैंस किसी भी जलवायु में आराम से ढल जाती है साथ ही इस नस्ल के पशु कम आहार खाकर भी अच्छी क्वालिटी का दूध उत्पादन कर सकते हैं। हालांकि, पशुपालन के दौरान कुछ बातों का ज़रूर ध्यान रखें जैसे, पशु के रहने का स्थान हवादार होना चाहिए, पशुशाला में सफाई रखना और इसके अलावा पशुओं के भोजन व पानी का भी उचित प्रबंध करें।
इस भैंस के शरीर का आकार मध्यम होता है। इसका रंग तांबिया, माथा छोटा, खुर का रंग काला, शरीर पर कम बाल व टांगे छोटी व मजबूत होती हैं। भदावरी भैंस की पलकें हल्के भूरे रंग की व सींग काले व तलवार के समान नुकीले होते हैं और इसके घुटने से नीचे का हिस्सा हल्के पीले सफेद रंग का होता है। भदावरी भैंस की गर्दन के नीचे के भाग पर दो सफेद धारियां होती हैं जिन्हें कंठमाला अथवा जनेऊ कहते हैं।भदावरी भैंस का मूल स्थान, भदावरी नस्ल की भैंसों को ज़्यादातर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में पाला जाता है।
आईसीएआर-राष्ट्रीय पशु आनुवांशिक संसाधन ब्यूरों (ICAR-NBAGR) द्वारा पंजीकृत भदावरी नस्ल की भैंस की सबसे बड़ी विशेषताएं यह है कि यह हर प्रकार के जलवायु में अपने आप को ढाल लेती है। पशुपालक इस भैंस को अधिक घी उत्पादन हेतु पालते हैं और यह कम खाना खाकर भी अच्छी क्वालिटी का दूध उत्पादन कर सकती है। इसके आहार पर बाकी भैंसों के मुकाबले काफी कम पैसा खर्च होता है। भदावरी नस्ल के पशुओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी अच्छी होती है। इस नस्ल की भैंस के पाड़ा-पाड़ी में मृत्युदर भैंसो की अन्य नस्लों की तुलना में काफी कम है। कठिन से कठिन परिस्थितियों में रहने की क्षमता इस भैंस की प्रमुख विशेषताओँ में से एक है।
उच्च गुणवत्ता के घी उत्पादन के लिए मशहूर भदावरी भैंस प्रतिदिन 6 से 8 लीटर तक दूध देती है। भदावरी भैंस एवं मुर्रा भैंस में अंतर, यह मुर्रा भैंस के मुकाबले कम दूध देती है लेकिन इस नस्ल की भैंस के दूध में विश्व में अन्य नस्लों की भैंस के मुकाबले ज़्यादा मात्रा में फैट पाया जाता है। भदावरी भैंस के दूध में सबसे ज़्यादा 8.5 से लेकर 14 प्रतिशत तक वसा की मात्रा प्राप्त की जा सकती है। यह भैंस औसतन प्रति ब्यात 1300-1500 लीटर दूध देती है। हालांकि, इसे समुचित आहार देने पर दूध देने की क्षमता और बढ़ जाती है।
भदावरी नस्ल की भैंस खरीदने के लिए आप अपने आसपास के पशुपालकों से संपर्क कर सकते हैं या फिर किसी पशु मेले में भी जाकर इसे खरीद सकते हैं। अगर आप पैसा और समय दोनों बचाना चाहते हैं तो Animall ऐप आपके लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
सबसे सस्ती भदावरी भैंस कहां मिलेगी, ये सवाल अक्सर पशुपालक के मन में आता है और इसको लेकर कई बार पशुपालक चिंतित भी रहते हैं। आपको बता दें कि सबसे सस्ती भदावरी भैंस आपको Animall ऐप पर आसानी से मिल जाएगी। यहां हर रोज हज़ारों की संख्या में बिकाऊ गाय एवं भैंस की सूची, उनके फोटो व वीडियो अपलोड किए जाते हैं। ऐसे में आप अपनी पसंद की भदावरी भैंस चुनें और पशु के मालिक से कीमत तय करके खरीद लें।
भदावरी नस्ल की भैंस खरीदने से पहले उसके दूध, ब्यात और उम्र का पता लगा लें। इसके अलावा रोजाना कितना दूध देती है और पिछली ब्यात में इसने कितना दूध दिया था जैसी जानकारी भी जुटाएं। पशु शारीरिक रूप से स्वस्थ है या नहीं इसकी भी जांच करें। इन सब बातों की पुष्टि के बाद ही भदावरी नस्ल की भैंस खरीदें।
भदावरी नस्ल की भैंस के दूध में फैट प्रतिशत अधिक पाए जाने के कारण ज़्यादातर पशुपालक इसे खरीदना चाहते हैं, लेकिन पशुपालकों में इसकी कीमत को लेकर संदेह बना रहता है। आपको बता दें भदावरी भैंस की कीमत 60 से 80 हज़ार रुपए के लगभग होती है। अगर आप मोल-भाव करें तो यह आपको कम कीमत पर भी मिल सकती है।
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