पशुओं के लिए काउ मैट क्यों जरूरी है?

आखरी अपडेट (last updated): 02 Dec 2024

पशुओं को यदि सही तरह से आराम न मिले तो इससे उनका स्वास्थ्य तो प्रभावित होता ही है साथ ही साथ दूध उत्पादन पर भी असर पड़ता है। कई बार पशु जिस स्थान पर रहते हैं वह बहुत ज्यादा उबड़-खाबड़ और अलग तरह की होती है। इस कारण पशुओं को गंभीर चोट भी आ जाती है। आज इस लेख में हम अपने पशुपालक भाइयों को पशुओं के लिए एक ऐसी मैट के बारे में बताएंगे जोकि टिकाऊ होने के साथ पशु के लिए आरामदायक भी हो। इसके लिए पशुपालक काउ मैट का प्रयोग कर सकते हैं जोकि पशुओं के लिए अच्छा उपाय हो सकता है। काउ मैट पशुओं के लिए क्यों जरूरी है। कौन-कौन सी क्वालिटी में काउ मैट होती है आदि इससे संबंधित ऐसे ही कई सवालों का जवाब हम आपको इस लेख में देने वाले हैं। बस आप पूरी जानकारी के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

अंतर्वस्तु :
1. पशुओं के लिए काउ मैट क्यों जरूरी?
2. काउ मैट से क्या-क्या फायदे होते हैं?
3. कितने प्रकार के काउ मैट होते हैं?
4. इन बातों का भी ध्यान रखना जरूरी?

1. पशुओं के लिए काउ मैट क्यों जरूरी?

How much fat in milk

अक्सर पशुओं का टूटी, उबड़-खाबड़ और कंक्रीट सतहों पर फिसलने का खतरा बना होता है। इस पर गिरने से पशु अधिक चोटिल हो सकते हैं। यह मैट फिसलन रोधी सतह होती है जिससे पशुओं के गिरने और फिसलने का खतरा कम हो जाता है। मैट से पशुओं की उत्पादकता पर भी सीधा प्रभाव पड़ता है। इस पर सोने से पशुओं को अच्छा आराम मिलता है। इससे वे अधिक दूध का उत्पादन करते हैं। क्योंकि पशु जब आरामदायक मैट पर लेटेंगे, तो उनके थन में रक्त संचार बढ़ जाएगा और इससे पैदा होने वाले दूध की गुणवत्ता में सुधार होगा। साथ ही मैट पर किसी भी तरह का तरह पदार्थ टिक नहीं पाता। जैसे की पशुओं का मूत्र। इसके बह जाने से पशुओं के आस-पास गंदगी नहीं रहती और पशुओं को साफ जगह मिलती है। पशु चिकित्सक भी पशुपालकों को काउ मैट का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।

2. काउ मैट से क्या-क्या फायदे होते हैं?

  • काउ मैट पशुओं को कई रोगों से बचाता है।
  • इस मैट से पशुओं के घुटने छिलने की समस्या से भी मुक्ति मिलती है।
  • पशु के थन को सुरक्षित रखने में भी मैट काफी मददगार होती है।
  • इससे पशु के दूध उत्पादन की क्षमता में भी बढ़ोतरी होती है।
  • पशुओं के स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होती है।
  • ये मैट पशु को ठंडे फर्श से बचाती है। साथ ही गठिया से भी राहत दिलाती है।
  • पशुओं के मैट पर खड़े होने से पशुओं के पैरों की टूट-फूट को कम करती है।
  • इससे पशुओं के पैरों में सड़न या एड़ी में मस्सा जैसी बीमारियां कम होंगी।
  • यह मैट पशुओं की गर्भावस्था उत्पादकता में भी सुधार कर सकती है।
  • मैट को साफ करना भी काफी आसान होता है।

3. कितने प्रकार के काउ मैट होते हैं?

काउ मैट कई प्रकार के होते हैं। इसमें दो प्रकार के जो मैट हैं, उनका नाम अरावली काउ मैट और मैटजमीदार काउ मैट है।

अरावली काउ मैट की तीन साल की वारंटी होती है। इसका साइज 4.30 फुट चौड़ा 7.30 फुट लंबा होता है। वही, दूसरा मैटजमीदार काउ मैट जिसका साइज 5 फुट चौड़ा 8 फीट लंबा होता है।

4. इन बातों का भी ध्यान रखना जरूरी?

जो सस्ता मैट होता है उसमें मिट्टी की मात्रा ज्यादा होती है। सस्ते काउ मैट में केमिकल ज्यादा होता है उसकी वजह से वह ज्यादा दिन तक चल नहीं पाता है और जल्दी से खराब हो जाता है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि पशु के लिए कौन सा काउ मैट खरीदें जिससे पशुओं को आराम मिले। अच्छे काउ मैट में इवा की मात्रा ज्यादा होती है जिसमें रबड़ से बनने वाले मैट पशु के लिए आरामदायक होते हैं। रबर मैट आमतौर पर पुराने वाहन के टायरों से बनाए जाते हैं। इस कारण रबर मैट टिकाऊ होते हैं। ये मैट आमतौर पर बहुत मजबूत और सख्त होते हैं। ये गर्मी और नमी प्रतिरोधी होते हैं। बदलते तापमान पर भी ठीक रहते हैं। साथ ही पशुओं के भारी वजन को भी संभाले रखते हैं।