राजस्थान की फुर्तीली नस्ल वाली नागौरी गाय.
नागौरी नस्ल का संबंध राजस्थान के 'नागौर' जिले से है। यहीं से यह नस्ल बाकी जिलों के किसानों तक पहुंची है। ये गायें दिखने में मध्यम दर्जे की होती हैं। सींग बाहर की तरफ निकले होते हैं। मुंह लम्बा होता है। नागौरी नस्ल के गायों के कान भी लंबे होते हैं। इस नस्ल के गायों की चमड़ी भी पतली होती है इसके साथ ही खुर और पूंछ दोनों काले होते हैं। नागौरी नस्ल की गायों के अलावा बैल भी काफ़ी लोकप्रिय होते है। आमतौर पर नागौरी नस्ल उजले और हल्के काले रंग की होती है। विदेशी नस्लों के मुकाबले नागौरी नस्ल काफ़ी अधिक समय तक जिंदा रहती है। नागौरी नस्ल के बच्चे काफ़ी फुर्तीले होते हैं। एक नागौरी गाय 5-7 लीटर से लेकर 12-15 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है। वहीं क़ीमत की बात करें तो नागौरी गाय की क़ीमत 10-15 हज़ार से लेकर 30-40 हज़ार के बीच में रहती है। Animall ऐप पर भी प्रतिदिन बहुत से नागौरी गाय ख़रीद बिक्री के लिए आती हैं। पहले, दुसरे, तीसरे सहित अन्य ब्यात के नागौरी गायें यहाँ खरीद-बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। Animall ऐप पर ख़रीदने के अलावा नागौरी गायों को बेचने की सुविधा भी उपलब्ध है। बिना झंझट के नागौरी गायों को बेचने के लिए किसान Animall ऐप पर अपने पशु को दर्ज़ कराते हैं। ऐप पर नागौरी गाय को दर्ज कराने का तरीका बहुत ही आसान है। किसान अपने पशु की फ़ोटो, वीडियो, ब्यात, दूध क्षमता और क़ीमत की जानकारी ऐप पर साझा करते हैं। पशु की जानकारी साझा करने के बाद आसपास के खरीदार फ़ोन कर नागौरी गायों की खरीदारी करते हैं।