हरियाणा की मुर्रा भैंस की क्यों होती है सबसे अधिक मांग
भैसों की रानी कहलाती है मुर्रा नस्ल। इस नस्ल की भैंस का रंग पूरा काला होता है। हरियाणा से निकली इस नस्ल की मांग आज पूरे भारत के पशुपालकों के बीच है। मुर्रा भैंस प्रतिदिन 15 से 25 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है। एक मुर्रा भैंस की कीमत 50 हजार रुपये से शुरू होकर 1 लाख रुपये तक होती है। मुर्रा भैंस का प्रजनन क्षेत्र गुरुग्राम, हिसार, जींद और रोहतक जिले हैं। नर मुर्रा भैंसों का औसत वजन 567 किलो का होता है। वहीं, मादा मुर्रा भैंसों का औसत वजन 516 किलो होता है। मुर्रा भैंस के दूध का औसत फैट 7.3% है। मुर्रा भैंस के दूध में फैट भी अधिक मात्रा में पाया जाता है जिसके कारण इसके दूध की बाजारों में अधिक कीमत दी जाती है। हरियाणा और आसपास- “जिसके घर मुर्रा उसका ऊँचा तुर्रा”- मुर्रा भैंसों को लेकर ये कहावत हरियाणा सहित कई अन्य राज्यों में मशहूर है। मुर्रा बफेलो 423 से 597 दिनों के अंतराल पर बच्चे देती है। प्रतिदिन हरियाणा की मुर्रा भैंसों की Animall ऐप पर खरीद बिक्री होती है। डेयरी किसान Animall ऐप के जरिये खरीदारों से बात कर नयी मुर्रा भैंस की नस्ल घर ले जाते हैं। खरीदने के अलावा यहां टॉप मुर्रा भैंस बेची भी जाती है। Animall ऐप पर मुर्रा नस्ल की भैंसों को बेचने का तरीका बहुत आसान है। किसान अपने पशु की फोटो, वीडियो, ब्यात, दूध क्षमता और कीमत की जानकारी ऐप पर साझा करते हैं। पशु की जानकारी साझा करने के बाद आसपास के खरीदार फोन कर मुर्रा भैंसों को बेचते हैं।